बेरोज़गारी के साथ घर परिवार की जिम्मेदारी और मजबूरी इंसान को कुछ भी करने को मजबूर कर देती है। ऐसे वक्त जब लोग अपराधिक या भिक्षावृत्ति को आसान रास्ता मानते हैं कुछ लोग ऐसे भी है जो जीवन के कठिन समय में भी संघर्ष का साथ नहीं छोड़ते। ऐसा ही कुछ धर्मनगरी हरिद्वार में देखने को मिल रहा है, जहां हर की पौड़ी क्षेत्र में दीपक यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अपनी कलाकारी से अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। दीपक अपने कपड़ों और पूरे शरीर पर सिल्वर पेंट लगाकर स्टेचू आर्ट का नमूना पेशकर जहां लोगों की वाहवाही लूट रहे हैं, वहीं दर्शक उनकी कलाकारी से ख़ुश होकर उन्हें ईनाम भी दे रहे हैं और उनके साथ सेल्फ़ी भी ले रहे हैं।
बेहद गरीब परिवार से होने के कारण पंजाब के अभोर का रहने वाला दीपक आठवीं से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाया। अपनी इस कलाकारी के बारे में दीपक ने बताया कि शिवरात्रि के मेले में उन्होंने भगवान शिव का रोल निभाया था, वहां से मिले 500 रुपए से उन्होंने सिल्वर पेंट खरीदा उसे चेहरे और कपड़ों पर लगाकर दर्शकों के लोगों के बीच गए। यहीं से लोगों ने उन्हें खूब पसंद किया और इनाम दिया। इसके बाद उन्होंने स्टेचू आर्ट को ही अपना रोजगार बना लिया। उन्होंने बताया कि वह कुछ दिन पहले हरिद्वार आए हैं और हर की पौड़ी और उसके आसपास घाटों पर अपने इस हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं, जहां वह अलग-अलग अंदाज में स्टेचू बनकर श्रद्धालुओं का मनोरंजन कर रहे हैं। लोग उन्हें उनके पास आकर उन्हें छू कर देखते हैं, उनके साथ सेल्फी लेते हैं और उन्हें इनाम भी देते हैं। बच्चे भी उनको देखकर काफी रोमांचित होते हैं।
वहीं दर्शकों का कहना है कि वो यह देखकर बहुत खुश हैं कि भारत में भी इस तरह की कला देखने को मिल रही है। अक्सर ऐसे कलाकार विदेशों में ही देखे जाते हैं। आज हमारे देश में यह कला देखने को मिल रही है। देश में बढ़ती बेरोज़गारी के कारण जहां लोग भिक्षावृत्ति या अपराधिक और अनैतिक कार्यों की ओर चले जाते हैं तो वहीं इस तरह की कलाकारी दिखाकर रोजगार के अवसर पाना अपने आप में बहुत ही सराहनीय है।