देहरादून/अल्मोड़ा। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की वीडियो और वीपीडीओ परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्रवाई और गिरफ्तारियां जारी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए धांधली वाली सभी परीक्षा रद्द करते हुए उन्हें निरस्त कर नए सिरे से चयन प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। सीएम के आदेश के बाद से ही परीक्षा पास करने वाले छात्रों में रोष है। युवाओं ने सड़कों पर उतकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी क्रम में आज सैकड़ों की संख्या में देहरादून के गांधी पार्क के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार से नियुक्ति की मांग की।
उधर, अल्मोड़ा में भी युवाओं ने चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क में धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवा धरना स्थल पहुंचे। जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान युवाओं ने कहा कि उत्तराखंड आज घोटाला प्रदेश बन गया है। एक के बाद एक जिस तरह भर्तियों में धांधली सामने आ रही है, उससे प्रदेश के युवाओं में हताशा व निराशा का माहौल है। इस दौरान युवाओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि पेपर लीक मामले में कई सफेदपोश व बड़े मगरमच्छ भी शामिल है, जो कि सरकार या किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध रखते है। युवाओं से सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि अगर सरकार वाकई में पेपर लीक मामले की निष्पक्ष जांच व दोषियों को सजा देने चाहती है तो वह सीबीआई जांच की संस्तुति क्यों नहीं कर रही है। युवाओं ने सरकार से यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराने व दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की।