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उत्तराखंड में सफर हुआ मंहगा, रोडवेज, निजी बस और ऑटो-विक्रम का इतना किराया बढ़ा

उत्तराखंड में रोडवेज, निजी बस और ऑटो-विक्रम का किराया बढ़ा दिया गया। यात्री वाहनों के किराये में जहां 15 से 27 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है, वहीं मालभाड़े में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। दो दिन पहले हुई राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक के बाद शुक्रवार को परिवहन मुख्यालय ने सभी तरह के वाहनों के किराये की नई दरें जारी कर दीं।

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बता दें कि 18 फरवरी 2020 के बाद शुक्रवार को दरों में बढ़ोतरी हुई है। बस और टैक्सी के किराये में 22 प्रतिशत, आटो और विक्रम के किराये में 18 प्रतिशत तक वृद्धि की गई। चारधाम की बसों का किराया 27 प्रतिशत, जबकि माल भाड़े में 38 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई। वहीं ई-रिक्शा, किराये पर चलने वाले दुपहिया वाहनों और एंबुलेंस के लिए पहली बार किराये की दरें निर्धारित की गई हैं।

किराये में हुई बढ़ोतरी


रोडवेज बसों और निगम या पालिका से बाहर चलने वाली बसों के लिए मैदानी मार्गों पर किराया 105 पैसे से बढ़ाकर 128 पैसे और पर्वतीय मार्गों पर 150 पैसे से बढ़ाकर 183 पैसे प्रति किलोमीटर प्रति सवारी कर दिया गया है।
चारधाम यात्रा रूट पर चलने वाली 20 सीटों तक की बसों का किराया 55 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है।
सिटी बसों का किराया सात रुपये से बढ़ाकर नौ रुपये प्रति दो किलोमीटर कर दिया गया है।
ऑटो का किराया शुरुआती दो किलोमीटर के लिए 50 से बढ़ाकर 60 रुपये किया गया। पांच से सात सवारी क्षमता वाले टैंपो का किराया पहले दो किलोमीटर के लिए 40 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है।
टैक्सी-मैक्सी का किराया मैदानी मार्गों पर 14 से बढ़ाकर 16 रुपये और पर्वतीय मार्गों पर 16 से बढ़ाकर 18 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है।
ठेका बस का किराया 20 सीट क्षमता तक वाली बस के लिए मैदानी मार्ग पर 50 से बढ़ाकर 61 रुपये और पर्वतीय मार्गों पर 55 से बढ़ाकर 67 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है।
ई-रिक्शा में चार सवारियां बैठती हैं। इनके लिए 12 रुपये प्रति किमी किराया तय किया गया है।

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