रैबार पहाड़ का व्यूरो
गीत के मानक पर खरा ‘राजी -ख़ुशी रखी मेरी माँ मठियाणा गीत’ —– साहित्य, संस्कृति और लोक कला को समर्पित ग्यारागौँ -हिंदौ फेस बुक पेज पर गत रविवार को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका डॉ गीता नौटियाल के भरदार पट्टी की मठियाणा माई पर रचित गीत का ऑनलाइन लोकार्पण किया गया l इस भक्तिमयी प्रस्तुति को प्रसिद्ध लोकगायक सौरभ मैठाणी ने सुर और संगीत से सजाया है l गीत में अभिनय और नृत्य निर्देशन जाने -माने कलावंत अंकुश सकलानी का है l कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में साहित्यकार और अभिनेता मदन मोहन डुकलाण ने इस गीत की बहुत सराहना की l गीत की समीक्षा करते हुए साहित्यकार गिरीश सुन्दरियाल ने इस गीत को गीत के मानकों पर पूर्ण गीत की संज्ञा दी और डॉ गीता नौटियाल के भक्ति और अध्यात्म से सराबोर इस मृदुल गीत को आज के समय की एक शानदार प्रस्तुति बताया l कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मठाधीश कैप्टेन विक्रम सिंह कठेत ने मठियाणा माई के ऐतिहासिक और आध्यात्मिक आयामों पर चर्चा की l कार्यक्रम का संचालन शिक्षक और संस्कृतिकर्मी गिरीश बडोनी ने किया l