थराली। नगर पंचायत थराली के प्राणमती गांव में सुबह पावर हाउस को जाने वाली पानी की नहर टूटने से एक बड़ा हादसा हो गया। यहां पानी के तेज बहाव के कारण नहर टूटने से एक मकान पूरी तरह जमींदोज हो गया, जबकि दो मकानों में मलबा घुसने से भारी नुकसान हुआ है। गनीमत रही कि घटना के समय मकानों में कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन घरों में मलबा घुसने से मकान में रखे सामान को नुकसान पहुंचा है। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे स्थानीय प्रशासन घटना का मुआयना किया और प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया।
वहीं स्थानीय लोगों और प्रभावित परिवारों ने घटना के लिए उरेडा विभाग और थराली स्थित पावर हाउस के कर्मियों को दोषी ठहराया है। स्थानीयों का कहना है कि लंबे समय से पावर हाउस से बिजली का उत्पादन नहीं हो रहा है और बरसात के मौसम में नहर में पानी आने से खतरा बना रहता है। इसलिए ग्रामीणों ने उरेड़ा प्रशासन से नहर को बंद रखने की मांग की थी, लेकिन बावजूद इसके उरेड़ा विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिसका खामियाजा आज लोगों को भुगतना पड़ा है। प्रभावितों ने उरेड़ा और पावर हाउस का संचालन कर रहे ठेकेदार को घटना का जिम्मेदार बताते हुए कहा कि नहर जगह-जगह से क्षतिग्रस्त थी, बावजूद इसके विभाग ने इस नहर की मेंटेनेंस नहीं की, जिससे यह घटना घटी और उनके आवासीय मकानों को क्षति पहुंची है।
वहीं उपजिलाधिकारी थराली रविन्द्र जुंवाठा ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि प्रभावित परिवारों को आपदा मद से मुआवजा राशि दी जाएगी। साथ ही उक्त मामले में एक जांच कमेटी का गठन कर नहर टूटने के कारणों की जांच की जाएगी।