कुलदीप बिष्ट, पौड़ी
पौड़ी। पौड़ी के दूरस्थ स्कूलों में तैनात शिक्षक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। कई बार दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षक नदारद हैं तो कई जगहों पर स्कूलों में ताला लटका हुआ है, लेकिन इस बार एक नया ही मामला देखने को मिला है। यहां स्कूल की प्रिसिंपल ने ही अपने ठाठ के चलते बच्चों का भविष्य राम भरोसे छोड़ दिया है।
मामला पौड़ी थलीसैंण ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बग्वाडी का है। जहां प्रिसिंपल शीतल रावत ने अपनी जगह एक प्रॉक्सी टीचर यानी अपने खर्चे पर एक कामचलाऊ टीचर को स्कूल में रख लिया। ये कामचलाऊ टीचर शान से प्रिसिंपल की जगह स्कूल में पढ़ा रही है। और इस काम के लिए स्कूल की प्रिंसिपल इस प्रॉक्सी टीचर को 2500 रुपए मासिक वेतन भी देती हैं। ये कामचलाऊ टीचर गांव की ही एक युवती मधु रावत है।
वहीं जब मामला मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज के संज्ञान में आया तो राजकीय प्राथमिक विद्यालय बग्वाडी का निरीक्षण किया गया। इस दौरान प्रधानाध्यापिका स्कूल से गायब मिली और प्रिंसिपल की जगह प्रॉक्सी टीचर स्कूल के बच्चों का पढ़ा रही थी।
शिक्षा अधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अब प्रधानाध्यापिका के वेतन पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रधानाध्यापिका के गैर जिम्मेदार होने से छात्र-छात्राओं का भविष्य खराब हो रहा है। ऐसे में पूरे मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी थलीसैंण को सौंपी गई है। मामले पर कार्यवाही करते हुए प्रधानाध्यापिका के वेतन पर रोक लगाकर स्पष्टीकरण तलब किया है।