उत्तराखंड रोडवेज ने बड़ी कार्रवाई की है। रोडवेज ने पहली बार अपने कर्मचारियों को जबरन रिटायर करना शुरू कर दिया है। रोडवेज की इस कार्रवाई से निगम कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।


बता दें कि रोडवेज ने दो दिन में 12 कर्मचारियों को रिटायर कर दिया है। ये सभी कर्मचारी पद के सापेक्ष काम करने में अक्षम थे, जिस वजह से कर्मचारियों को पहली बार रोडवेज ने जबरन रिटायर करना शुरू कर दिया है।

दरअसल, परिवहन निगम ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति (सीआरएस) का आदेश जारी किया था। इसके तहत 84 कर्मचारी चिन्ह्ति किए गए थे। इसमें एक लिपिक, 69 ड्राइवर, 14 कंडक्टर ऐसे थे जो कि अक्षम हैं। वह अपने पद के सापेक्ष काम नहीं कर सकते हैं। इन सभी को परिवहन निगम कर्मचारी सेवा नियमावली-2015 के विनियम 37(क) के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जा रही है। इनमें से 70 को निगम ने नोटिस जारी कर दिया था। नोटिस की मियाद तीन माह थी, जो कि अब पूरी होने लगी।
