युवा पीढ़ी को पाश्चात्य देशों के दुष्प्रणामों से बचनें के लिए धार्मिक आयोजन आवश्यक ;आचार्य शिवप्रसाद ममगाईं

दुर्लभ अप्राप्य हैं जो मन से आप सोच नही सकते वह सब बिना भोगे ही भक्ति से उपलब्ध हो जाएगा तब प्रयत्न करने की आवश्यकता नही , पाश्चात्य सभ्यता के दुष्परिणामों से बचने के लिए धार्मिक आयोजन के माध्यम से युवा पीढ़ी सुसंस्कृत व अपनी पहचान कराई जा सकती हैं। कुकृत्यों को मिटाना भावना श्रेष्ठ बनाने के लिए भगवान का पावन नाम ही कल्याण का सुगम सुलभ साधन बताया गया।कौलागढ़ देहरादून मे नौटियाल परिवार के द्वारा आयोजि भागवत कथा के छटवें दिन ज्योतिष्पीठ व्यास आचार्य शिवप्रसाद ममगांई जी नें कहा कि हम मनुष्य हैं
हमारी एक सौ साल की आयु होती है उसमें से आधी आयु सोते-सोते बीत जाती है। शेष आधी आयु में से कुछ बचपन के खेल-कूद में चली जाती है। बुढ़ापे में वैसे भी कुछ कर नहीं पाते।
एक युवावस्था है, उसमें भी हम काम भोग में आसक्त हो जाते हैं और अपने आपको नष्ट कर लेते हैं।
जब कभी हमें भगवान की भक्ति करने के लिए कहा जाता है, तो हम कहते हैं – उसके लिए समय कहाँ है ?
देखो, यमराज पूछते नहीं कि तुम्हारे पास समय है या नहीं। वे कहते हैं – मेरे पास समय ही समय है, तुमको ले जाने के लिए।
देखो हम कितने अभिमानी हो गए हैं? दो मिनट भगवान का नाम लेने के लिए समय नहीं है। कहते हैं प्रतीक्षा करना, जब बच्चे की शादी हो जाएगी तब मैं भक्ति करूँगा। ऐसे जो काल की प्रतीक्षा करते हैं, वे प्रतीक्षा ही करते रह जाएँगे। यह तो ऐसी बात है जैसे कोई आदमी समुद्र के किनारे पर स्नान करने के लिए खड़ा होकर सोचता रहे कि ये सारी लहरें जब शान्त हो जाएँगी, तब मैं जल में प्रवेश करूँगा और स्नान करूँगा।
करते रहो प्रतीक्षा, ऐसा क्षण कभी आने वाला नहीं है। ‘क्षणार्धमपि व्यर्थ न नेयम्’ काल की प्रतीक्षा करते रह जाओगे और फिर बाद में कहोगे कि इतने बड़े भगवान को प्रसन्न करना तो बहुत ही कठिन काम है वहीं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धशमना जी अपने संबोधन में कहा राम कथा जीना सिखाती है और भागवत कथा मरना सिखाती है। सत्संग सरिता में , डुबकी लगाने से भाव रोग से ट्रेन हो जाता है। भारी जन समूह में लोगो ने कथा श्रवण की है जबकि भारी ठंड होने पर लोग देर तक कथा श्रवण करते रहे आयोजन करता एडवोकेट दीपक नौटियाल जी ने कहा कि कल 9 जनवरी 10 बजे सर 1 बजे तक और 1:30 बजे पर कृष्ण भोग होगा।
आज विशेष रूप से कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना दिपक नौटियाल कुसुम नौटियाल नौटियाल रेयान नौटियाल सुरेश नौटियाल रमन नौटियाल राकेश नीरज श्रीमती कुसुम चहक निष्ठा सुषमा पूनम प्रीति नीलम सम्पूर्णा नौटियाल प्रदेश उपाध्यक्ष किसान मोर्चा संदीप राणा शरद शर्मा बालकृष्ण डोभाल पूनम बहुगुणा शिवम बहुगुणा मूर्तिराम कोठारी सुशीला कोठारी सीमा पांडेय श्री मनधीर कक्कड़ श्रीमती गुरविंदर अजय सकलानी भगतराम नौटियाल कालिका प्रसाद नौटियाल दामोदर सेमवाल दिवाकर भट्ट संदीप बहुगुणा द्वारिका नौटियाल प्रदीप नौटियाल सुरेश जोशी आदि भक्त गण भारी सँख्या में उपस्थित थे!!

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