हमारे जीवन उत्थान के लिए धर्म की आवश्यकता है आचार्य ममगांईं

हमारे जीवन उत्थान के लिए धर्म की आवश्यकता है आचार्य ममगांई

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जहाँ शिव है, वहाँ नंदी भी हैं और जहाँ नंदीश्वर हैं वहाँ शिवजी भी हैं। इसका सीधा सा अर्थ यही हुआ कि जहाँ धर्म है वहाँ शिव भी हैं अथवा तो जहाँ शिव हैं, वहीं धर्म भी है। शिवजी का वाहन वृषभ है। वृषभ को धर्म का स्वरूप कहा जाता है अर्थात् शिवजी धर्म की सवारी करते हैं।
जीवन के उत्थान एवं मंगल के लिए हमारे जीवन में धर्म की बहुत बड़ी आवश्यकता है।
यह बात अखिल गढ़वाल सभा के सभागार में महिला कल्याण समिति के द्वारा आयोजित शिवपुराण में आज नवें दिन की कथा में उत्तराखंड के प्रसिद्ध कथावाचक ज्योतिष्पीठ व्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगांई जी ने भक्तों सम्बोधितकर कहा कि
आज व्यक्ति यह नहीं सोच रहा कि मैंने दूसरों को क्या दिया..? उसका समग्र चिन्तन इतना ही है, कि मुझे दूसरों ने क्या दिया..? भगवान महादेव लेते बहुत थोड़ा हैं और अपना सर्वस्व अपने भक्त के ऊपर लुटा देते हैं। वही सामर्थ्यवान है और बड़ा है जो दूसरों से लेने का नहीं देने का भाव रखता है।
केवल आयु में ही नहीं आचरण में भी बड़े होने का प्रमाण दो। दूसरों से अपेक्षा नहीं अपितु उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने वाले बनो, यही शिवत्व है। आचार्य ममगांई ने कहा कि यहां
भगवान शिव का स्वरूप देखने में बड़ा ही प्रतीकात्मक और संदेशप्रद है। भगवान शिव के हाथों में त्रिशूल दैहिक, दैविक और भौतिक तीनों तापों का प्रतीक है। भगवान शिव के हाथों में केवल त्रिशूल ही नहीं है अपितु जो त्रिशूल है, उसमें भी डमरू बँधा हुआ है। त्रिशूल वेदना का तो डमरू आनंद का प्रतीक है। जीवन ऐसा ही है, यहाँ वेदना तो है ही मगर आनंद भी कम नहीं है।
आज आदमी अपनी वेदनाओं से ही इतना ग्रस्त रहता है, कि आनंद उसके लिए एक काल्पनिक वस्तु मात्र रह गई है। दु:खों से ग्रस्त होना यह अपने हाथों में नहीं मगर दुःखों से त्रस्त होना यह अवश्य अपने हाथों में है। भगवान शिव के हाथों में त्रिशूल और उसके ऊपर लगा डमरू हमें इस बात का संदेश देते हैं कि भले ही त्रिशूल रुपी तीनों तापों से तुम ग्रस्त हों मगर डमरू रुपी आनंद भी साथ होगा तो फिर नीरस जीवन भी उमंग और उत्साह से भर जाएगा।
आज विशेष रूप से लक्ष्मी बहुगुणा सुजाता पाटनी सरस्वती रतुडी चन्दा बडोनी लक्ष्मी रतुड़ी मीना सेमवाल नन्दा तिवारी अनिता भट्ट राजेश्वरी चमोली कुसुम नेगी सुनिता थापा ममता गुसाईं शकुन्तला नेगी सरिता लखेड़ा मनोरमा डोभाल रेखा बडोनी सरोज ढौण्डियाल दर्शनी नौटियाल कमला नौटियाल सुशमा थपलियाल रोशनी सकलानी नन्दा तिवारी सुनिता बहुगुणा चन्द्र वल्लभ बछेती रजनी राणा रितू बछेती सुरेन्द्र बहुगुणा पिंकी बहुगुणा

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