संदीप कुमार कर्णप्रयाग
चमोली-पंचायत चमोली में अध्यक्ष ने उपाध्यक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी ने खंडन किया है। वहीं भाजपा समर्थित सदस्यों ने मामले में उपाध्यक्ष की ओर से लगाये आरोपों की जांच का समर्थन किया है। जबकि कांग्रेस समर्थित सदस्य अध्यक्ष के समर्थन में खुलकर सामने आ गये हैं।
मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि जिस नंदादेवी राजजात 2013 में वित्तीय अनियमितता होने की बात की जा रही है। उसकी जांच दो बार हो चुकी है। जिसमें जांच अधिकारी तत्कालीन दो-दो जिलाधिकारियों ने इसमें उन्हें क्लीन चिट दी है। साथ ही भाजपा के वर्तमान विधायक इस मामले में पांच साल तक न्यायलय में भी केस लड चुके हैं वहां से भी उन्हें इस मामले से बरी किया जा चुका है।
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा के सदस्य और उपाध्यक्ष मिलकर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे है और उनके पति पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र भंडारी भाजपा के प्रत्याशी के विरोध में चुनाव मैदान में होंगे ऐसे में भाजपा को अपनी नाव डुबती हुई नजर आ रही है। जिससे बौखला कर वे इस तरह का षड़यंत्र रच कर उन्हें परेशान करने का कुचक्र चल रहे है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत को गठित हुए दो साल से अधिक का समय हो गया है। इससे पूर्व कभी भी उन्होंने जिला पंचायत की किसी भी बैठक में कोई आपत्ति दर्ज नहीं की अब ऐन चुनाव के मौके पर ही क्यों उनको जिला पंचायत में वित्तीय अनियमितता होने की बात याद आ रही है। इससे स्पष्ट है कि भाजपा की सह पर यह सब किया जा रहा है