19 अगस्त को हुई भारी बारिश ने प्रदेशभर में कहर बरपाया। इस दौरान 50 से अधिक मकान मलबे की चपेट में आ गए। दो पुल टूट गए और 250 से अधिक सड़कें मलबा आने से बंद हो गईं। वहीं राजधानी देहरादून के पास मालदेवता क्षेत्र में आई आपदा कई लोग जिंदा दफन हो गए, जिनकी खोजबीन अभी भी जारी है। आपदा में अब तक छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 12 घायल और 11 लोगों को लापता है। लापता 11 लोगों में से दो लोगों के शव आज बुधवार को मिल गए हैं। बरामद शवों की पहचान राजेंद्र सिंह राणा, सुरेंद्र सिंह और विशाल के नाम से हुई है।
आपदा के चार दिन बाद भी लापता 9 लोगों का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया। जिनकी तलाश ने एसडीआरएफ की टीम लगातार जुटी हुई है। कई जगहों पर मलबे को हटाने के लिए जेसीबी और पोकलैन मशीनों को लगाया गया है, लेकिन कामयाबी मिलती नजर नहीं आ रही है। वहीं अब लापता की तलाश के लिए अब सरकार थर्मल सेंसर मंगाने की तैयारी कर रही है। इससे मलबे में दबे लोगों का पता लगाया जा सकेगा।