देहरादून- टिकट बंटवारे के बाद टिकट न मिलने से रूठे कार्यकर्ताओं को भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल मनाने में जुटे हुए हैं। दरअसल उत्तराखंड में 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का अपने-अपने दलों से रूठना पार्टियों का खेल बिगाड़ सकता है। ऐसे में खौफजदा भाजपा और कांग्रेस डैमेज कंट्रोल में जुट गई हैं। बात करें कांग्रेस की तो लैंसडाउन विधानसभा से कांग्रेस के टिकट के प्रमुख दावेदार रघुवीर सिंह बिष्ट को टिकट न मिलने से उनके समर्थकों और जनता में भारी नाराजगी है, क्योंकि रघुवीर सिंह बिष्ट ने विगत कई वर्षों से लैसडाउन विधानसभा में गांव-गांव और घर–घर जाकर कांग्रेस को मजबूत करने का काम किया है और लैसडाउन की जनता की सेवा की है। वहीं कोरोनाकाल में भी घर-घर जाकर लोगों को राशन बांटकर, जनता की मदद कर सभी के दिल में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं। जनता रघुवीर सिंह बिष्ट को नेता कम और समाजसेवी के रुप में ज्यादा पहचानते हैं। बता दें कि जिस दिन उन्हें टिकट नहीं मिला तो गांव के बुजूर्ग और युवाओं की आंखें नम थी। यहीं कारण है की आज कांग्रेस पार्टी ने रघुवीर सिंह बिष्ट की काबलियत देखकर उनकों कांग्रेस महामंत्री का दायित्व सौंपा है। साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल की विधानसभा श्रीनगर की कोऑर्डिनेटर बनाया गया है। जिससे कांग्रेस को एक नई ऊर्जा मिलेगी और कांग्रेस मजबूत होगी।