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पद्मश्री प्रीतम भरतवाण के जीवन पर लिखी पुस्तक प्रीतम भरतवाण-गीत और संगीत की एक सुदीर्घ परम्परा पुस्तक का राधा रतूड़ी ने किया विमोचन

देहरादून : रवि वारको ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय देहरादून में पद्मश्री प्रीतम भरतवाण के जीवन पर लिखी पुस्तक प्रीतम भरतवाण-गीत और संगीत की एक सुदीर्घ परम्परा पुस्तक का विमोचन हुआ जिसमें मुख्यातिथि के रूप में राधा रतूड़ी जी अपर मुख्य सचिव उत्तराखंड सरकार, कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में प्रो. संजय जसोला कुलपति ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि के रूप में अनिल रतूड़ी पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड उपस्थित रहे, यह पुस्तक तीन खण्डों में लिखी गई है जिसमें प्रथम खण्ड में प्रीतम भरतवाण के जीवन से सम्बन्धित जानकारियों का उल्लेख किया गया है तथा द्वितीय खण्ड में प्रीतम भरतवाण द्वारा लिखे गये विविध विधाओं एवं एकादश रसों में लिखे हुए गीतों का वर्णन किया गया है और तृतीय खण्ड में विभिन्न वाद्ययन्त्रों का वर्णन किया गया है। यह पुस्तक लोक संस्कृति में रुचि रखने वाले लोगों के लिए व शोधार्थियों के लिए लाभप्रद होगी।पुस्तक के प्रथम लेखक डॉ. मनोज प्रसाद नौटियाल तथा दूसरी लेखिका डॉ. प्रीति नैथानी नौटियाल , प्रीतम भरतवाण ने दोनों लेखकों का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम में कवि प्रो. रामविनय सिंह जी, मस्तु दास सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी, चेतन नौटियाल उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा, रशना भरतवाण, लोकगायिका मीना राणा , प्रसिद्ध संगीतकार संजय कुमोला , मुकेश लाल , उमा राणा , शिवप्रकाश नैथानी , जयप्रकाश गौड़ , डॉ. पवन कुदवान , डॉ. नूतन पंत , राकेश जोशी , नितिन नौटियाल आदि ,उपस्थित थे, यह जानकारी प्रीतम भरतवाण पेज एडमिन सचिदानंद सेमवाल ने दी

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