हे भगवान ये क्या कर दिया:दर्दनाक हादसे में ननद-भाभी की हुई थी मौत, दो साल पहले एक ही दिन उजड़ा था दोनों महिलाओं का सुहाग

मुरादाबाद में हुए हादसे में देहरादून निवासी संगीता रस्तोगी और उनकी भाभी आरती रस्तोगी एक ही दिन दुनिया को छोड़कर चली गई। शायद दोनों की मौत की प्लानिंग पहले से ही तय थी। बता दें दोनों के सुहाग दो साल पहले एक ही दिन उजड़े थे। अब दोनों ननद-भाभी ने भी दुनिया को एक साथ अलविदा कह दिया।

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हादसे में हुई चार लोगों की मौत


हादसे के बाद से रस्तोगी परिवार में मानो दुखों का पहाड़ ही टूट गया हो। जानकारी के लिए बता दें देहरादून में तिलक रोड स्थित डांडीपुर मोहल्ले का रस्तोगी परिवार सोने का कारोबार करता है। मुरादाबाद हादसे में संगीता, उनकी भाभी आरती, यश रस्तोगी (23) पुत्र संगीता और आशिका रस्तोगी (19) बेटी आरती की मौत हो गई है। जबकि कार चला रहा आरती का बेटा अतुल और संगीता की बेटी गुड़िया घायल हुए हैं। जिनका उपचार अस्पताल में चल रहा है।

दो साल पहले एक ही दिन उजड़ा था दोनों महिलाओं का सुहाग

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जानकारी के मुताबिक संगीता के पति पंकज रस्तोगी और उनके साले दिलीप रस्तोगी एक ही मकान में रहते थे। दोनों की अलग-अलग दुकानें हैं। पंकज रस्तोगी लिवर की बीमारी से ग्रस्त थे। उनकी मौत 26 जनवरी 2022 की रात हुई थी। जिसके बाद परिवार में रिश्तेदारों का जमावड़ा लगा हुआ था कि इसी बीच दिलीप रस्तोगी को भी अचानक दिल का दौरा पड़ गया। अपने जीजा पंकज की मौत के ठीक आधे घंटे बाद ही दिलीप रस्तोगी ने भी दम तोड़ दिया। कुछ घंटों के अंतराल में ही रस्तोगी परिवार में दो चिताएं जलीं।

ननद-भाभी की एक साथ हुई मौत

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नियति ने इस परिवार के लिए आगे भी ऐसा ही कुछ और रचा हुआ था। संगीता रस्तोगी का मायका मुरादाबाद में था। रस्तोगी परिवार शनिवार रात डेढ़ बजे संगीता के मायके मुरादाबाद के लिए निकले थे। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही दर्दनाक हादसा हो गया। एक साथ अपने सुहाग को गंवाने वाली संगीता और आरती ने भी एक साथ दुनिया को अलविदा कह दिया। जबकि दोनों महिलाओं के एक-एक बच्चे की भी मौत हो गई। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।