रैबार पहाड़ का: पहाड़ के कण कण को अपनी कविताओं और गीतों के माध्यम से जी चुके, औऱ लाखों लोगों तक इसका सार पहुंचाने वाले गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी किसी परिचय या सम्मान के मोहताज नहीं। लेकिन अक्सर ये बात उठती रहती है कि आखिर नेगी दा को अब तक पद्म सम्मान क्यों नहीं दिया गया। क्यों नही सरकारों ने नेगी दा को पद्म पुरस्कार का हकदार नहीं समझा। ये मुद्दा एक बार फिर से उठने लगा है और इस बार आवाज उठाई है मशहूर कवि डॉ. कुमार विश्वास ने। कुमार विश्वास ने यहां तक कहा कि पद्मश्री सम्मान नरेंद्र सिंह नेगी जी के घऱ तक पहुंचाया जाना चाहिए।


दरअसल श्रीनगर में इन दिनों बैंकुंठ चतुर्दशी का मेला चल रहा है जिसमें देशभर के कलाकार, साहित्यकार, कवि शिरकत कर रहे हैं। मंगलवार की रात अलकनंदा घाटी में मशहूर कवि डॉ. कुमार विश्वास का रंग चढ़ा रहा। सोमवार रात को नरेंद्र सिंह नेगी का शानदार कार्यक्रम हुआ था। कुमार विश्वास ने कार्यक्रम की शुरुआत में बताया कि वो एक दिन पहले ही श्रीनगर पहुंच गए थे, उनकी सबसे बड़ी इच्छा थी कि वो गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी को काव्यपाठ करते हुए सुनें। कुमार विश्वास ने कहा कि अब समय आ गया है कि नरेंद्र सिंह नेगी को पद्म पुरस्कार मिलना ही चाहिए, उत्तराखंड मे नेगी दा इसके सबसे बड़े हकदार हैं

कुमार विश्वास ने कहा कि मैं जब श्रीनगर आया तो मुझे पता चला कि एख दिन पहले ही यहा के मशहूर गीतकार, कवि जिनका मैं बड़ा प्रशंसक रहा हूं, नरेंद्र सिंह नेगी जी। मैं उस कवि कि हिम्मत की दाद देता हूं जिसके एक गीत से सरकारें बदल जाती हैं, ऐसे कवि जनता के कवि कहलाते हैं। पूरे उत्तराखंड से एक वय्क्ति ऐसा कि पूरे उत्तराखंड से एक व्यक्ति ऐसा है कि पद्मश्री सम्मान उनके घर पहुंचना चाहिए तो वो हैं नरेंद्र सिंह नेगी। मैं अपने स्तर से प्रयास करूंगा और गृह मंत्री जी से इसका निवेदन करूंगा।

कुमार विश्वास के बयान के बाद सोशल मीडिया पर फिर से बहस छिड़ गई है कि आखिर नरेंद्र सिंह नेगी को अब तक पद्म सम्मान क्यों नहीं दिया गया।