पहल- गढ़वाली भाषा की पौथी किसम- किसम का किस्सों का लोकार्पण 3 नवंबर को गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के हाथों होगा

जखोली। गढ़वाली भाषा के संरक्षण में लगे जखोली क्षेत्र के सुप्रसिद्व गढ़वाली कवि परिवहन विभाग में कार्यरत परिवहन कर अधिकारी अनिल नेगी एवं शिक्षक गिरिश बडोनी द्वारा सम्पादित गढ़वाली भाषा साहित्य और संस्कृति से जुड़ी विशिष्ट हस्तियों के जीवन पर आधारित संकलित गढ़वाली भाषा में किस्सों की पहली पोथी किसम-किसमा किस्सा पुस्तक का लोकार्पण 03 नवम्बर को प्रातः 11:00 बजे शिक्षांकुर द ग्लोबल स्कूल देहरादून आइएसबीटी के समीप किया जायेगा। पुस्तक लोकार्पण समारोह के मुख्य अतिथि गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी होगें। नागेन्द्र इंका बजीरा के प्रधानाचार्य शिव सिंह रावत ने बताया है कि पुस्तक लोकार्पण समारोह ग्यारह गौं हिन्दौ के फ़ेसबुक पेज पर लाइव भी उपलब्ध रहेगा। उन्होंने बताया कि गढ़वाली पुस्तक किसम-किसमा किस्सा गढ़वाली आंचलिक भाषा में गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी,आचार्य सचिदानंद जोशी,प्रो.डीआर पुरोहित,कल्याण सिंह रावत मैती,डा. उमा भट्ट,डा. गीता नौटियाल,कुलानन्द घनशाला,डा.नन्दकिशोर हटवाल, जगमोहन सिंह जयाड़ा,मोर सिंह कठैत,मदन मोहन डुकलान,गजेन्द्र नौटियाल,डा.सरला सकलानी, देवेश जोशी, बीना बेंजवाल,गणेश खुगशाल गणी, गिरीश सुन्दरियाल,डा.राकेश जोशी, डा.शैलेन्द्र मैठाणी,अनिल उनियाल,संदीप रावत,गिरीश बडोनी,सुधीर बर्त्वाल,ओम बधाणी,डा.प्रीतम अछयांण, कान्ता घिल्डियाल, कमल रावत, बेलीराम कंसवाल,धर्मेन्द्र नेगी,बलबीर राणा अडिग, डा. पवन कुदवान,आशीष सुन्दरियाल,अनिल सिंह नेगी, गीतेश नेगी,अश्विनी गौड़ के जीवन से जुड़े किस्सों को गढ़वाली भाषा में पिरौया गया है। उन्होंने सभी साहित्य प्रेमियों से कार्यक्रम में पहुँचने का आग्रह किया है।

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