कलानिधि नैथानी को मेरठ रेंज का नया डीआईजी बनाया गया है। -वर्तमान में झांसी के डीआईजी और 2010 बैच के आईपीएस है।
:- IPS कलानिधि नैथानी, पौड़ी के का बेटा, इंजीनियर की नौकरी छोड़ पहनी खाकी वर्दी, पत्नी भी अफसर
आईपीएस कलानिधि नैथानी जिनकी पहचान अनुशासन, ईमानदारी, दमदार एक्शन है. पौड़ी के प्रिंसिपल के बेटे नैथानी इंजीनियर की नौकरी छोड़कर खाकी वर्दी पहनी. नैथानी के नाम से अपराधी कांपते हैं.
रविवार देर रात उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कई बड़े प्रशासनिक फेरबदल किए. इसके तहत देर रात 13 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया. इसमें एडीजी, आईजी और डीआईजी स्तर के अधिकारी भी इस सूची में शामिल रहे. इसी फेरबदल के अंतर्गत IG मेरठ नचिकेता झा सचिव गृह के पद पर तैनात किए गए हैं तो वहीं कलानिधि नैथानी मेरठ रेंज के DIG बनाए गए हैं.
-दमदार छवि वाले आईपीएस कलानिधि नैथानी
आईपीएस यानी सिविल सर्विसेज (Civil Services) जिसके तहत तैनात अधिकारी के कंधे पर पूरे जिले की जिम्मेदारियां तो होती ही हैं साथ ही आमजन का अधिकारी पर विश्वास भी होता है. ऐसी ही एक शख्सियत हैं DIG कलानिधि नैथानी जिनकी पहचान एक कड़क अंदाज, अपराध पर चाबूक चलाने वाले अधिकारी के तौर पर बनी हुई है. आईपीएस कलानिधि कड़े अनुशासन वाले, ईमानदार छवि और दमदार एक्शन लेने वाले (Ips Kalanidhi Naithani) अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं. यही कारण है कि आईपीएस की जीवन शैली (Life Style) प्रेरणा देती है. आज लाखों लोग आईपीएस कलानिधि नैथानी को अपना आइडियल मानते हैं.
कलानिधि नैथानी (Kalanidhi Naithani) उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल (Paudi Garhwal) के एक एक शिक्षक परिवार में पैदा हुए और बचपन से ही पढ़ाई में आगे रहे. नैथानी की मां राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्रिंसिपल रही और पिता गढ़वाल विश्वविद्यालय से प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. नैथानी की प्रारंभिक शिक्षा पौड़ी में हुई फिर इंटरमीडिएट आर्मी स्कूल मथुरा से पूरा की. आगे की पढ़ाई पतंगनगर से इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन से किया. यहां से उन्होंने बीटेक (B. Tech) की डिग्री ली. नैथानी ने पुलिस प्रबंधन में उस्मानिया विश्वविद्यालय हैदराबाद से मास्टर्स डिग्री इन पुलिस मैनेजमेंट किया है. 2010 बैच में मिली सफलता इतना ही नहीं वैज्ञानिक अधिकारी भारत सरकार के सी-डॉट यानी सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टैक्सीमैट्रिक्स बेंगलुरु, तो वहीं दिल्ली में भाभा एटॉमिक अनुसंधान केंद्र में नैथानी ने 5 वर्ष का अनुसंधान इंजीनियर के पद पर रहकर काम किया. भारतीय पुलिस सेवा में नैथानी ने 2010 बैच में सफलता पाई. नैथानी की पत्नी दीप्ति चंदोला एक आईआरएस ऑफिसर हैं. वहीं, भाई नितिन नैथानी सेना में कर्नल के पद पर तैनात हैं. कलानिधि कड़े अनुशासन में रहने रहने के लिए जाने जाते हैं और इसके लिए वो अपनी माता जी को श्रेय देते हैं.कई जिलों में तैनाती बतौर आईपीएस अधिकारी कलानिधि नैथानी ने अबतक कई जिलों में तैनात किए जा चुके हैं. पीलीभीत, बरेली, कुंभ मेला से लेकर सहारनपुर में सहायक पुलिस अधीक्षक के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. पीएसी की 38वीं व नौवीं वाहिनी में नैथानी ने सेनानायक के तौर पर जिम्मेदारी उठाई है. पुलिस मुख्यालय इलाहाबाद में पुलिस अधीक्षक तो वहीं, कन्नौज, फतेहपुर (Fatehpur), मिर्जापुर व पीलीभीत जिले में पुलिस अधीक्षक के तौर पर नैथानी ने अपनी सेवाएं दी हैं. बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर भी नैथानी ने काम किया है. फतेहपुर (Fatehpur) में भी नैथानी ने शानदार तरीके से काम किया. राजधानी लखनऊ में बतौर एसएसपी 2 साल तक काम किया और फिर गाजियाबाद से लेकर अलीगढ़ (Aligarh) तक नैथानी ने जिले की कमान अपने हाथ में लीं.
अलीगढ़ में शराब माफियाओं की नाक में दम
दिल्ली में जब हिंसा भड़की और उसकी आग गाजियाबाद में पहुंचने लगी तब जिले के कप्तान कलानिधि थे जिन्होंने कड़े लॉ एंड ऑर्डर और उठाए अपने सटीक कदमों से जिले में हिंसा की आग फैलने नहीं दी थी. अलीगढ़ में शराब माफियाओं की नाक में दम कर दिया. अपने कार्यकाल में कुर्की, चार्जशीट, एनएसए तक 80 आरोपितों को नैथानी ने धर दबोचा अपराध नियंत्रण से लेकर कड़े अनुशासन वाले नैथानी की अब डीआईजी पद पर पदोन्नति की गई है. मेरठ रेंज के DIG के तौर पर जिले को भ्रष्टाचार से लेकर अपराध तक कई तरीकों से राहत मिलने ती उम्मीद है.