organic ad

इंसानियत शर्मसार- देहरादून में सौतेली मां और फोजी बाप का मासूम पर कहर, खाने में दे रहे थे जहर, देखें वीडियो किस तरह बच्चे को मारा है।

exclusive report

electronics

देहरादून-इस कलयुग में इंसान कितना क्रुरुर हो चुका है इंसान की दया और इंसानियत मर चूकी है और इंसान अपने सुख-सुविधा मौज मस्ती और लालच के चक्कर में कैसे अपने जिगर के टूकड़े से क्रुरुता से पेश आर रहे हैं..एक ऐसा मामला आया जो देवभूमि के साथ इंसानियत को शर्मसार किया


सोशल मीड़िया मोहनी नेगी नाम लड़की की एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है जिसमें एक सौतेली मां और बाप किस तरह से एक मासूम के साथ किस तरह कुरूता की और मां और बाप के रिस्ते को शर्मशार किया है , सौतेली माँ का अत्याचार और बाप भी शामिल.. आगे पोस्ट में लिखा है कि (इस पोस्ट पर गौर करें.. ) जल्लाद सौतेली माँ ने किस तरह से बच्चे का बुरा हाल किया और बच्चा अभी सैन्य अस्पताल में icuमें भर्ती है और बच्चा जिन्दगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है, और बच्चे को इतने बूरे तरह से पीटा गया की बच्चे के सर में 10 से अधिक चोंटे लगी हैं उक्त पोस्ट में लिखा गया कि इस बच्चे को मां बाप दोनों ही मिलकर धीरे धीरे जहर खिला रहे थे,बच्चे की माँ के मरने के बाद बाप ने दूसरी शादी कर ली थी और एक साल बाद बच्चे की हालत यह हो गई। पोस्ट में लिखा गया कि माँ तो सौतेली थी और बाप भी सौतेला निकला… अपने बच्चे को जहर देकर धीरे-धीरे मार रहा था, जिसके बच्चे अपने ही घर में सुरक्षित नहीं है वह देश का सैनिक कैसे हो सकता है वह देश के लिए कैसे सुरक्षित समर्पित हो सकता है जिसने अपने बच्चों को ही अपने घर मै सुरक्षित नहीं रखा है कैसे देश की सेवा कर सकता है। जो की फौज मै है इस बच्चे के लिए दुआ कीजिये की यह बच्चा जल्द से जल्द ठीक हो, और इस बच्चे को इंसाफ मिले मैं आप सभी से विनती करती हूँ AA इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिये ताकि यह बच्चा सुरक्षित रहे और सुरक्षित हाथों में रहिये और इस बच्चे के गुनेहगार को जल्दी से जल्दी सजा मिले…, AA सौतेली मां का नाम डोली है।

सोशल मीडिया पर बच्चे के मामा योगेश नेगी का लिखा ये पत्र भी तेजी से हो रहा वायरल ।

ये भी पढ़ें:  समाज में बदलाव के लिए गंगधारा की तरह विचारों की अविरलता भी आवश्यक

” निवेदन इस प्रकार से है कि प्राथी की बहिन रेखा रावत जिसकी शादी बर्ष 2011हुई थी जिसकी शादी महावीर ग्राम कर्क पल्दवादी रुद्रप्रयाग जो आर्मी मे कार्यरत है वर्ष 2019 में मेरी बहिन का स्वास्थ्य काफी दिनों से खराब चल रहा था। लेकिन मेरी वहिन के पति द्वारा छुट्टी आने पर भी उसका ईलाज नही करवाया गया और जब उसकी तबियत बिगडती थी है। उसे पेन किलर की दवा खाने को कहता था। जिस कारण उसका स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ने लगा तो हमारे द्वारा उसको सीएमआई हास्पिटल दे०दून में एडमिट किया गया जहां डॉक्टर द्वारा अवगत कराया की मरीज के सारे ऑर्गन (लीवर, कीडनी, फेफड़े) काम नही कर रहे स्थिति ज्यादा खराब देख डॉक्टर द्वारा सीएमआई हॉस्पिटल से अगले दिन रेफर मैक्स हास्पिटल कर दिया गया, जहां एक दिन बाद मेरी वहिन का इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी वर्ष,2021 को महावीर सिंह द्वारा दूसरी शादी कर ली तब से इसने हमसे बात चीत करना और बच्चो का नानी लोगो से मिलना जुलना बंद करा दिया और आस पड़ोस से भी बच्चो मिलना बंद कर दिया आस पड़ोस से हमें अवगत हुआ की इसकी पत्नी और पापा अक्सर बचो से मारपीट करती रहती है और बच्लो को किसी आस पडोस वालो से भी नहीं मिलने देती है। और बच्चों को कमरे के अन्दर बन्द करके रखती है। कई बार हमने फोन करके इनको समझाया तो ये गाली गलोच और धमकी देते थे, दि.03/06/20 को जब हमें अवगत हुआ इनके छोटे बेटे आरुष मेरा भांजा की तबियत खराब है तो में रुद्रप्रयाग था मैंने अपने ” बहिनोई को देख रेख हेतु Ains हास्पिटल जाने को कहा तब मेरे बहनोई Aims हास्पिल देख रेख हेतु गये तो उनको भी इनके द्वारा धमकी गली गलोच की गई और वहा से चले जाने को कहा मेरे बहनोई द्वारा मेरे भांजे आरुष की वीडियो भी बनाई गई जो साफ साफ वीडियो में के रहा मेरी मां द्वारा मुझे मेरे सिर में लोहे की डंडी और लकड़ी के डंडे से मारती थी मां बाप के आते ही बच्चे डर के बयान बदल दे रहे हैं, जब इनके पापा को कहा ऐसा क्यों कर रहे हो तो उनका कहना है, मेरे बच्चे है में मारू या कुछ भी करूं तुम कुछ नही कर सकते। वहीं बच्चे के रिश्तेदार ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि .एम्स हॉस्पिटल द्वारा बताया कि बच्चे के सिर में 8/10चोटे है एम्स की रिपोर्ट बच्चे के मां बाप ने अपने पास रखे है और एम्स मे डॉक्टर द्वारा जब इनको डांटा गया तो खर्चा का बहाना बना के मेलेट्री हॉस्पिटल दून के गया जहां भी इनके द्वारा एडमिट नहीं किया गया।उनहोंने बताया की रिपोर्ट में डॉक्टरों ने जहर देने की पुष्टी की।रैबार पहाड़ ने बच्चे की मां बाप का पक्ष जानने की कोशिश की लेकिन उनहोंने फोन रिसीव नहीं किया, रैबार पहाड़ को कई समाजसेवी और आम लोगों और बच्चे के रिश्तेदारों के फोन आए की इस जघन्य अपराध को प्रमुखता से उजागर करें। रैबार पहाड़ ने अपने दायित्व का निर्वहन कर खबर को प्रमुखता से प्रसारित किया, लेकिन अब देखना होगा कि कानून इस जघन्य अपराध करने वाले मां बाप को इसकी क्या सजा देता है और उत्तराखण्ड़ बाल आयोग और बाल विकास मंत्री रेखा आर्य और सीएम पुष्कर सिंह धामी इस मासूम को न्याय दिलाएंगे या फिर खबर सिर्फ खबर बनकर रहेगी।

ये भी पढ़ें:  मुख्यमंत्री ने दिए दिल्ली मार्ग पर बसों की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *