डॉ. राकेश भट्ट को लोक-संगीत और थिएटर में उत्कृष्ट कार्य के लिए मिलेगा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार
डॉ. राकेश भट्ट वर्तमान में दून विश्वविद्यालय देहरादून में रंगमंच व कला प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। इससे पूर्व वह लंबे समय तक गढ़वाल विश्वविद्यालय में कार्यरत रहे।
डॉ. राकेश भट्ट को लोक-संगीत और थिएटर के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए वर्ष-2023 का संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (अकादमी पुरस्कार) देने की घोषणा की गई है।डॉ. राकेश भट्ट को यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये का चेक और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाएगा।
डॉ. राकेश भट्ट वर्तमान में दून विश्वविद्यालय देहरादून में रंगमंच व कला प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। इससे पूर्व वह लंबे समय तक गढ़वाल विश्वविद्यालय में कार्यरत रहे। मूलरूप से ग्राम मंगोली ऊखीमठ ( जनपद रुद्रप्रयाग) निवासी डॉ. भट्ट लोक रंगमंच, हिंदी रंगमंच, लोक गायन, फ़िल्म, डॉक्यूमेंट्री के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। वह दूरदर्शन मंच प्रस्तोता भी है। उन्होंने लगभग (30 वर्ष) 30 से अधिक पूर्णकालिक नाटकों में अभिनय, निर्देशन, संगीत निर्देशन, कोरियोग्राफी, संगीत निर्माण व संयोजन किया है।
डॉ. भट्ट ने शैलनट, विद्याधर श्रीकला, धाद लोक नाट्य, आदि महत्वपूर्ण संस्थाओं में कार्य करने के बाद वर्ष 2013 में उत्सव ग्रुप की स्थापना की। उन्होंने उत्सव ग्रुप, उत्तराखंड
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, रवींद्रालय, जैसी महत्वपूर्ण संस्थाओं में नाट्य प्रस्तुतियां, अभिनय, निर्देशन, संगीत निर्देशन किया।
डॉ. भट्ट ने जर्मनी के हाइडलबर्ग व हम्बर्ग विश्वविद्यालयों में उत्तराखंडी लोक संगीत व लोक नाट्यों पर प्रशिक्षण दिया है। इसके अतिरिक- 10 वृत्त चित्र विभिन्न विषयों पर- दूरदर्शन, यूजीसी इत्यादि के लिए
20 से अधिक वृत्तचित्रों में वॉइस ओवर (स्वर प्रसारण) दी है।
प्रमुख नाटक जिनमें डॉ. भट्ट के किया काम
- चक्रव्यूह- संगीत निर्देशन
- चक्र- शकट व्यूह- निर्देशन व संगीत निर्माण
- नंदा देवी राज जात 2000- निर्देशन
- जीतू बगड़वाल- अभिनय व निर्देशन
- नंदा की कथा- संगीत व नाट्य निर्देशन (250 बार मंचन)
- यकुलु बटोही- निर्देशन
- दुर्पदा की लाज- निर्देशन
- बोल भभरिक बोल- निर्देशन
- खाडू लापता- निर्देशन
- पन्थया दादा- निर्देशन
- (सभी लोक नाटक)
- कथा शकार की- अभिनय
- अंधायुग- (विदुर) अभिनय
- अन्वेषक- निर्देशन, अभिनय
- मैं भी मान्यव हूँ- निर्देशन
- बहुत बड़ा सवाल- निर्देशन
- मृच्छकटिक- निर्देशन, अभिनय
- (हिंदी नाटक)।