ऋषिकेश-बैराज मार्ग पर बैराज पुल के पास अचानक हिरन पानी पीते हुए जलाशय में गिर गया और जान बचाने के लिए हाथ पैर मारने लगा। काफी देर तक कोशिश करने के बाद हिरन तेज चिंघाड़ मारने लगा। हिरण की आवाज सुनकर वहां से गुजर रहे लोगों ने देखा कि जलाशय में एक हिरण गिरा हुआ है। जान बचाने के लिए छटपटा रहा है ।तुरंत ही इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई ।गौहरी रेंज के रेंजर धीर सिंह वन कर्मियों के साथ तुरंत मोके पर पहुंचे और हिरण को बचाने के लिए रेस्क्यू किया गया 2 घंटे के अथक प्रयास के बाद हिरण को सकुशल गंगा नदी के जलाशय से निकाल लिया गया और उसे मेडिकल चेक अप करने के बाद वापस जंगल में छोड़ दिया। पानी की कमी के चलते अक्सर वन्य जीव जंगल के किनारे बनी नहर में पानी पीने के लिए आते हैं ।जिस कारण यह हादसा हुआ। गनीमत रही कि समय रहते जानकारी मिलने के कारण हिरन की जान को बचाया जा सका। वही लोगों ने वन विभाग के कर्मचारियों की तारीफ की।