डॉ. वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल,वरिष्ठ पत्रकार ,लेखक
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.वरखेडी़ ने किया दौरा
देवप्रयाग। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर शीघ्र ही अपने संकल्पित स्वरूप में आ जाएगा। यहाँ के भवनों और सड़कों इत्यादि का निर्माण जल्दी पूरा कर उद्घाटन करा दिया जाएगा,ताकि विद्यार्थियों और प्राध्यापकों को सुविधाएं मिल सकें।
यह बात विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.श्रीनिवास वरखेडी़ ने देवप्रयाग स्थित निर्माणाधीन परिसर के दौरे के दौरान कही। परिसर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में शामिल होने आए प्रो.वरखेडी़ ने निर्माण कार्य कर रहे केन्द्रीय लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कुलपति ने कहा कि कतिपय कारणों से निर्माण में विलंब हुआ है,लेकिन अब इसे त्वरित गति से निपटाया जाए। उन्होंने निर्माण में पानी की निकासी,वर्षा के जल का सदुपयोग, सुरक्षा,पार्किंग इत्यादि पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
कुलपति प्रो.वरखेडी़ ने कहा कि यह परिसर अपनी भव्यता, पठन-पाठन इत्यादि के मामले में प्रसिद्धि हासिल करेगा। उन्होंने प्राध्यपकों की मांग पर यहाँ आयुर्वेद जैसे रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को आरंभ करने की संभावना पर भी सहमति जताई। कुलपति ने छात्रों तथा अध्यापकों की विभिन्न समस्याएं सुन उनके त्वरित निस्तारण का आश्वासन दिया।
इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमं में उन्होंने छात्रों और प्राध्यपकों के साथ योग कर स्वस्थ जीवन में योग का महत्त्व बताया। उन्होंने योग स्पर्धा में विजेता रहे प्रतिभागी प्राध्यपकों और विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र बांटे। हिन्दी प्राध्यापक डॉ.वीरेंद्र बर्त्वाल ने कुलपति प्रो.वरखेडी़ को गढ़वाली भाषा पर लिखी अपनी दो पुस्तकें भेंट कीं। कार्यक्रम में निदेशक प्रो.एम.चंद्रशेखर, डॉ.सच्चिदानन्द स्नेही, डॉ.शैलेन्द्रप्रसाद उनियाल,डॉ.वीरेंद्र बर्त्वाल,डॉ.अरविन्दसिंह गौर, डॉ.गौतम कुमार चौधरी,डॉ.अवधेश बिजल्वाण,नवीन डोबरियाल,डॉ.सुरेश शर्मा,डॉ.श्रीओम शर्मा, जनार्दन सुवेदी,डॉ.अमन्द मिश्र,आशुतोष तिवारी,डॉ.मनीषा आर्या,पंकज कोटियाल, रघु राज आदि उपस्थित रहे।