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भारी वनाग्नि के चलते जख्वाड़ी गांव के काश्तकारों के फलदार वृक्ष हुए जलकर खाक

रामरतन सिह पंवार/गढ़वाल ब्यूरो।

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जखोली- विकासखंड जखोली के दर्जनों गांवों के जंगलो मे भारी वनाग्नि के चलते जंगलो को भारी नुकसान हो रहा। जंगलो मे आग लगने से चारो तरफ का वातावरण दूषित हो रहा है जिस कारण से भयानक बिमारी का खतरा बन चुका है।एक तरफ लोग दो साल से कोरोना जैसीं जानलेवा बिमारी की दंश झेल रहे है वही दूसरी तरफ अब इस तड़फती गर्मी मे जंगलो मे लगी आग की तपती गर्मी की मार झेलने को मजबूर है। यही ही नही आग अपना प्रचंड रुप धारण कर गाँवो मे भी पहुंच चुकी है जिस कारण से काश्तकारों की फसल.फलदार पेड़ पौधे भी आग की भेंट चढ़ रहे है। आपको बता दे कि ग्राम पंचायत जख्वाड़ी के अन्तर्गत 25 अप्रैल को जंगल मे आग लग जाने के कारण जंगलो को भारी नुकसान तो हुआ ही है मगर आग ने जख्वाड़ी गांव के काश्तकारों के फलदार वृक्षो को भी भंयकर आग की चपेट मे ले लिया जिसमे कि बाल कृष्ण सेमवाल, सम्पूर्णानन्द सेमवाल के पोलम,आड़ू,अखरोट, माल्टा, नारंगी,अंगूर सहित कई किमती फलदार पेड़ आग की भेंट चढ गये। वही भाजपा के युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अनिल सेमवाल ने बताया कि आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते सारे पेड़ आग से स्वाह हो गये। किसी तरह बड़ी मशक्कत के बाद आगा पर काबू पाया गया।आगा बुझाने मे संदीप सेमवाल, अभिषेक सेमवाल, देवी प्रसाद, कमला देबी, लक्ष्मी देबी,देवेश्वरी देबी,शिवानी बालकृष्ण सेमवाल, अस्मिता देबी जोती देबी ने जान पर खेल कर आग पर काबू पाया
साथ ही इस भीषण आग से ग्रामीणों के मकान बाल बाल बचे।

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