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पहली बार रघुनाथ कीर्ति परिसर की डॉक्यूमेंट्री,निर्देशक विनोद सम्मानित

शिक्षण कार्यविधि,विभागों और सुविधाओं का है विवरण

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प्रसिद्ध पांडवाज ग्रुप ने किया निर्माण,छात्रों-अध्यापकों ने दिया सहयोग

देवप्रयाग। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर की बेहतरीन डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए निर्देशक विनोद शर्मा को सम्मानित किया गया। विनोद अभी तक 50 से अधिक संस्कृत नाटकों का मंचन करा चुके हैं।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय का नैक निरीक्षण होना है। विभिन्न परिसरों में कई महीने से इसकी तैयारी चल रही है। श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर का सार रूप में सर्वांगीण परिचय देने के लिए वृत्तचित्र बनाया गया। निदेशक प्रो. पीवीबी सुब्रह्मण्यम के मार्गदर्शन में प्रसिद्ध पांडवाज ग्रुप ने इसका निर्माण किया। अनेक प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने भी इसमें सहयोग किया। प्रसिद्ध निर्देशक विनोद शर्मा ने इसमें निर्देशन किया। पहली बार परिसर की डॉक्यूमेंट्री बनायी गयी है। विनोद शर्मा केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के हिमाचल स्थित वेदव्यास परिसर के छात्र रहे हैं और वर्तमान में भोपाल परिसर में अध्ययनरत हैं। वे नाटकों का मंचन कराने में सिद्धहस्त हैं। संस्कृत शिक्षा के विभिन्न संस्थानों में उनकी भारी डिमांड है। अभी तक 50 से अधिक नाटकों का मंचन करा चुके विनोद के निर्देशन में बनी श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर की डॉक्यूमेंट्री को अनेक स्तरों पर सराहना मिली है। परिसर में आयोजित समारोह में विद्यार्थियों को बडी़ स्क्रीन पर इस डॉक्यूमेंट्री को दिखाने के बाद विनोद शर्मा को स्मृति चिह्न,शॉल और गढ़वाली टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया। निदेशक प्रो.सुब्रह्मण्यम ने कहा कि इस वृत्तचित्र में परिसर की अध्यापन कार्यविधि,छात्रों को दी जाने वाली सुविधाएं,भविष्य की योजनाएं दर्शायी गयी हैं। उन्होंने कहा कि आगामी सत्र से परिसर में अंतरराष्ट्रीय योग केंद्र तथा उत्तराखंड की लोकसंस्कृति आधारित संग्रहालय खोलना परिसर की प्रमुख योजनाओं में शामिल हैं। विनोद शर्मा ने कहा कि नाटक और डॉक्यूमेंट्री के बनने के बाद मिलने वाली सराहना अत्यंत आनंद और गौरव देती है। समाज की बात को पात्रों के माध्यम से प्रभावी ढंग से व्यक्त करवाने से असीम संतोष प्राप्त होता है।
इस अवसर पर डॉ.अरविन्द सिंह गौर,डॉ.श्रीओम शर्मा,डॉ.वीरेन्द्रसिंह बर्तवाल,डॉ.सुरेश शर्मा,डॉ.शैलेन्द्रप्रसाद उनियाल,डॉ.सुशीलप्रसाद बडोनी,डॉ.शैलेन्द्रनारायण कोटियाल,अंकुर वत्स,डॉ.सुधांशु वर्मा,डॉ.दिनेशचंद्र पांडेय,डॉ.आशुतोष तिवारी,जनार्दन सुबेदी,नवीन डोबरियाल,डॉ.अनिल कुमार,पंकज कोटियाल,डॉ.रामबहादुर दुबे,डॉ.मनीषा आर्या,डॉ.मौनिका बोल्ला,डॉ.मनीष शर्मा आदि उपस्थित थे।

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