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सिनेमा :सीएम धामी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों संग देखी फिल्म सम्राट पृथ्वीराज, लेकिन सीएम सहाब पहाड़ी फिल्म खैरी का दिन भी आपके आने की लगाई हुई है टकटकी

*मुख्यमंत्री ने देखी फिल्म सम्राट पृथ्वीराज*

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राजपुर रोड़ स्थित सिल्वर सिटी मॉल में अपने कैबिनेट सहयोगियों एवं विधायकों के साथ फिल्म सम्राट पृथ्वीराज देखी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म सम्राट पृथ्वीराज चौहान की वीरता, शौर्य एवं राष्ट्र धर्म को ही नहीं प्रदर्शित करती है बल्कि इतिहास के उस कालखण्ड की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक वैभवता को समाज के समक्ष प्रस्तुत करती है। इस फिल्म के माध्यम से अधिक से अधिक लोग पृथ्वीराज चौहान की वीरता से परिचित हो सके, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा फिल्म को राज्य में टैक्स फ्री किया गया है,।

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खैरी का दिन की खैरी


वहीं सिल्वर सिटी मॉल में उत्तराखंड की फिचर फिल्म खैरी का दिन लगी हुई है जो लगातार सामाजिक संगठनों और कलाकारों के प्रयास से हाउस फुल चल रही है, पुरी कैबिनेट ने आज सीएम धामी के नेतृत्व में सम्राट पृथ्वीराज चौहान की वीरता की कहानी को देखा अच्छी बात है लेकिन सीएम सहाब खैरी का दिन फिचर फिल्म भी आपकी आने की टकटकी लगाई हुई है, यदि आप पूरी कैबिनेट के साथ इस फिल्म को देखते हैं तो यह उत्तराखंड के सिनेमा जगत के लिए नया इतिहास बन जायेगा, जिस तरह से आप पर उत्तराखंड की जनता की विकास की टकटकी लगाई हुई है और आप से उत्तराखंड को बडी उम्मीद है कि आप उत्तराखंड के वापस परमार साबित हो सकते हैं और उत्तराखंड को एक नई दिशा देने का कार्य कर सकते हैं। वहीं हमेशा से उपेक्षित रहा पहाड़ का सिनेमा और संस्कृति बोली भाषा को उम्मीद है की आप के नेतृत्व में पहाड़ के सिनेमा जगत और कलाकारों को मजबूती मिलेगी और जिस पहाड़ी फिल्म को आज कोई भी सिनेमाघर लगाने से धुतारक रहा, वह ढूंढ ढूंढ के पहाड़ी फिल्म लगाए, लेकिन वह तभी संभव है जब सरकार साथ दे, वहीं फिल्म के निर्देशक अशोक चौहान ने फिल्म की खैरी लगाई की उनको लाख कोशिश करने के बाद देहरादून में सिनेमाघर नहीं मिला तो उनको कोटद्वार में फिल्म लगानी पड़ी जब फिल्म कोटद्वार में चली तब देहरादून में जगह मिली कितना बड़ा दुर्भाग्य है की अपने घर में हमारी पहाड़ी फिल्मे घूट-घूटकर रोकर दम भर रही हैं, सीएम सहाब आपसे उत्तराखंड सिनेमा जगत की बड़ी आस है कि विकास के साथ-साथ उत्तराखंड सिनेमा जगत अपनी धमक दिखा सके,

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