चमोली एक्ससर्विसेज् लीग की बैठक नगर परिषद् गोपेश्वर, चमोली के सभागार में मेजर जनरल मोहन असवाल, चेयरमैन उत्तराखण्ड एक्ससर्विसेज् लीग के अध्यक्षता में हुई। ब्रिगेडियर मुकुल भंडारी, सेना मेडल, उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक लीग, कर्नल चन्द्रा शर्मा और कैप्टेन (भा०नौसेना) तिवाड़ी के अलावा कर्नल डीएस बर्त्वाल, जिलाध्यक्ष चमोली पूर्व सैनिक लीग, श्रीमती शांति राणा, महिला जिलाध्यक्ष, हव० सुरेन्द्र सिंह खत्री, उपाध्यक्ष, सूबेदार राजेन्द्रसिंह रावत, कोषाध्यक्ष, हव० महेंद्रसिंह राणा, महासचिव, कैप्टेन कर्णसिंह बिष्ट, ब्लौक अध्यक्ष नन्दानगर (घाट), सूबेदार आनंदसिंह फर्स्वाण, ब्लौक अध्यक्ष दशोली, कैप्टेन जोधसिंह बिष्ट, कैप्टेन ज्ञानसिंह, ब्लौक उपाध्यक्ष नन्दानगर(घाट), कैप्टेन दर्शनसिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष, सूबेदार दलबीरसिंह पुण्डीर, नगर अध्यक्ष गोपेश्वर, कमला पुरोहित, नगर महिला अध्यक्ष गोपेश्वर, सूबेदार अब्बलसिंह, ब्लौक उपाध्यक्ष कर्णप्रयाग सहित भारी संख्या में गौरव सेनानी और वीर नारियां मौजूद थीं। मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों के स्वागत के बाद सर्व प्रथम हमारे देश के प्रथम विक्टोरिया क्रॉस नायक दरवानसिंह नेगी जी के चित्र के आगे दीप प्रज्ज्वलित करने की हमारी आदिकाल से चलती प्रथा को कार्यरूप में परिणित किया गया। तत्पश्चात् अतिथि गणों का माल्यार्पण, अंग वस्त्र भेंट और स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए वर्षो पुरानी चलती आ रही हमारी रस्मों का सम्मान करते हुए उनका परिपालन किया गया। हाल के दिनों में हमसे बिछुड़े साथियों जैसे कैप्टेन केशरसिंह बिष्ट, घेस आदि पूर्व सैनिकों के सम्मान में दो मिनट का मौन धारण किया गया। सुप्रसिद्ध हास्य व्यंग्य कलाकार हवलदार सुरेन्द्र सिंह खत्री जी, उपाध्यक्ष ने अपने शायराना अंदाज में मंच संचालन करते हुए हजारों के दिलों पर राज कर दिया। हवलदार महेंद्र राणा जी, महासचिव चमोली पूर्व सैनिक लीग ने अतिथि गणों का स्वागत करते हुए उनसे विभिन्न ज्वलंत मामलों में मार्ग दर्शन की अपेक्षा की। कैप्टेन कर्णसिंह ने लीग की सदस्यता को बढ़ावा देने की बचनबद्धता पर बल दिया। कैप्टेन ज्ञानसिंह ने ईसीएचएस व सीएसडी कैंटीन के लिए भूमि हस्तांतरण में ढीलाई के लिए सरकार व सेना दोनों को गैरजिम्मेदाराना ठहराया। सूबेदार जगतसिंह ने उत्तराखण्ड सरकार से सीएसडी कैंटीन की शराब पर अंधाधुंध टैक्स बटोरने के लिए अपनी नाराजगी प्रकट की। हवलदार बीरसिंह बिष्ट ने कहा कि चमोली एक्सटेंशन कैंटीन में ग्रोसरी व शराब एक साथ आनी चाहिए ताकि दूर दराज के बुजुर्ग पूर्व सैनिकों व विधवाओं को बार बार चक्कर न काटना पड़े। हवलदार जसपालसिंह ने अग्निवीर को सरकार का सुन्दर फिर भी घोर निराशाजनक कदम बताया। उन्होंने कहा कि चार साल में तो रंगरूटों की नींद भी पूरी नहीं होती है, अत: बेहतर होता कम से कम दस साल दिये जाते। उन्होंने यह भी कहा कि भर्ती कार्यक्रम कोटद्वार के बजाय पहले कुछ भांति हर जिले में होना चाहिए। नन्दप्रयाग में केन्द्रीय विद्यालय खोलने के मामले में उन्होंने जमीन उपलब्ध न होने पर अफ़सोस जताया। ना०सू० सुदर्शन नेगी ने अपने छोटे बेटे को उपनल के माध्यम से लगाने के बारे में विभिन्न स्तरों पर प्रयास/बातचीत के बावजूद असफलता मिलने पर दुख प्रकट किया। सभी वक्ताओं को ध्यान पूर्वक सुनकर ब्रिगेडियर मुकुल भंडारी, सेना मेडल, ने अपने विचार रखे, कई समस्याओं का निराकरण भी किया और कर्नल डीएस बर्त्वाल के नेतृत्व में चमोली पूर्व सैनिक लीग की कुशलता की कामना की। जनरल असवाल साहब ने कार्यक्रम की रूपरेखा, पूर्व सैनिकों के उत्साह की सराहना की। उन्होंने सभी पूर्व सैनिकों को विभिन्न उदाहरणों के साथ स्पर्श के महत्व, उसकी अच्छाई और पहले की तुलना में लाभदायक बताया। जनरल साहब ने सभी को हिदायत दी कि सभी महत्वपूर्ण कागजातों को एक फोल्डर में सम्भालें, बैंक में जाकर अपने वारिस का नाम व जन्मतिथि मिलाएं और भिन्नता होने पर सही करें तथा हर एक जमा पूंजी या पेंशन खाते में मृत्यु के बाद नामांकित (Nominee) व्यक्ति को जरूर दर्ज करें ताकि बाद में असली हकदार को भटकना न पड़े। जनरल साहब ने कहा कि आप लोगों को फौज का बेहतरीन तजुर्बा है और इसलिए पूर्व सैनिक स्वयं या उनके बच्चे होम स्टे आदि खोल कर स्वरोजगार का सुनहरा अवसर चुन सकते हैं क्योंकि उत्तराखण्ड में पर्यटन की अपार सम्भवनायें हैं। अन्त में चमोली पूर्व सैनिक लीग के जिलाध्यक्ष कर्नल डीएस बर्त्वाल ने अपने समापन भाषण में सभी गणमान्य मेहमानों व शक्ति स्वरूपा वीर नारियों सहित जिले के सम्मानित गौरव सेनानियों को सादर साभार साधुवाद देते हुए उनकी गरिमामयी उपस्थिति के लिए अति प्रसन्नता व्यक्त की।