कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल की कलाई पर ब्रह्मकुमारीज बहनों ने रक्षासूत्र बांधकर भाई-बहन का पवित्र त्यौहार रक्षा बंधन का पर्व मनाया। इस मौके पर मंत्री डा. अग्रवाल जी ने ब्रह्मकुमारीज बहनों को बड़े भाई के रूप में आशीर्वाद दिया।

 

 

कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल की कलाई पर ब्रह्मकुमारीज बहनों ने रक्षासूत्र बांधकर भाई-बहन का पवित्र त्यौहार रक्षा बंधन का पर्व मनाया। इस मौके पर मंत्री डा. अग्रवाल जी ने ब्रह्मकुमारीज बहनों को बड़े भाई के रूप में आशीर्वाद दिया।

electronics

 

शासकीय आवास पर पहुंची ब्रह्मकुमारीज बहनों से मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि रक्षा बंधन सिर्फ एक धागे को कलाई पर बांधने की रस्म नहीं है, बल्कि भाई और बहन के बीच की पवित्र डोर है। जो कभी टूट नहीं सकती है।

 

डा. अग्रवाल ने कहा कि हर घर या परिवार में बहन का होना आवश्यक है, इससे भाई-बहन के रिश्ते को बारिकी से समझने में मदद मिलती है। एक भाई की तकलीफ उसकी मां के अलावा बहन ही जानती है। इसका उदाहरण हिंदू पौराणिक कथाओं में देखने को मिलता है।

 

ये भी पढ़ें:  स्वास्थ्य विभाग में गैरहाजिर चल रहे 158 चिकित्सक बर्खास्त

डा. अग्रवाल ने बताया कि महाभारत में जब भूलवश सुदर्शन चक्र से भगवान कृष्ण की उंगली कट गई थी, यह देख द्रौपदी ने उंगली से बहते खून को रोकने के लिए कपड़े का एक टुकड़ा बांध दिया। भगवान कृष्ण द्रौपदी की भावनाओं से बहुत प्रभावित हुए और बदले में, दुनिया की सभी बुराइयों से उसकी रक्षा करने का वादा किया था। जिसे श्रीकृष्ण ने बखूबी निभाया भी।

 

डा. अग्रवाल ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने द्रौपदी के चीरहरण के दौरान, जब कौरवों ने उसे शर्मसार करने और नीचा दिखाने की कोशिश की, तो उन्हें अपमान से बचाकर अपना वादा निभाया था।