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बड़ी खबर: उमेश के जानी दुश्मन पर अज्ञात बदमाशों ने किया जानलेवा हमला, राजपुर थाने में दी गई तहरीर

(साभार अविकल उत्तराखंड)

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त्रिवेंद्र काल में उमेश कुमार के साथ स्टिंग मिशन की मुख्य कड़ी रहा आयुष गौड़ हमले में घायल.

राजपुर थाने में दी तहरीर. 2018 में आयुष गौड़ ने ही उमेश कुमार के खिलाफ की थी प्रेस और खोले थे कई राज.

इसके बाद दोनों के बीच छत्तीस का आंकड़ा हुआ.




देहरादून। त्रिवेंद्र काल में उत्तराखण्ड के एक चर्चित स्टिंग मामले में उमेश कुमार के खिलाफ शिकायत करने वाले व दो अन्य बड़े मामलों में सीबीआई व विजिलेंस के गवाह आयुष गौड़ ‘पंडित’ पर शनिवार की देर रात राजपुर इलाके में हथियारबंद अज्ञात बदमाशों ने हमला कर घायल कर दिया।

इस सनसनीखेज हमले के बाद पुलिस-प्रशासन व राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। उत्तराखण्ड के हाई प्रोफाइल स्टिंग मामले के मुख्य किरदार रहे आयुष गौड़ पर हुए प्राणघातक हमले के बाद खुफिया एजेंसियों के कान भी खड़े हो गए। और रविवार दिन भर हमले के पीछे मास्टरमाइंड तत्वों को लेकर कयासबाजी चलती रही।

हमले में लहूलुहान हुए आयुष गौड़ ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ राजपुर थाने में तहरीर दी है। तहरीर में लिखा है कि 19 नवंबर की देर रात राजपुर रोड के एक कैफे से निकलने के बाद साईं मंदिर की बगल से हेलीपैड वाली सड़क पर स्टाफ के लिए खाना लेने जा रहा था। इसी बीच, 1.30 बजे अज्ञात लोगों ने उस पर सरिया, बोतल व लाठियों से हमला कर घायल कर दिया।

और गाड़ी में खींचने की कोशिश करने लगे। नीले रंग की कार व मोटर साइकिल सवार लोगों ने उनकी कार का पीछा किया। और कहा कि इसको खत्म कर दो। मुझे मारने की नीयत से कार का शीशा भी तोड़ दिया।


आयुष गौड़

आयुष गौड़ ने तहरीर में लिखा है कि हमलावरों से बचते हुए हम लोग अपनी कार आईटी चौकी ले गए। पुलिस बल देख कर हमलावर भाग गए। तहरीर मरण आयुष गौड़ ने हमलावरों को चिन्हित कर पकड़ने व अपने जानमाल की सुरक्षा की मांग की है।

रविवार को घायल आयुष गौड़ के फोटो व अस्पताल में कराए गए मेडिकल की फ़ोटो व वीडियो भी सोशल मीडिया में वॉयरल होते रहे।

इधर, शनिवार रात हुए हमले में घायल आयुष गौड़ ने अपनी तहरीर में किसी का नाम का उल्लेख तो नहीं किया। लेकिन तहरीर की शुरुआत में ही वर्तमान खानपुर विधायक उमेश कुमार से जुड़े स्टिंग आदि घटना का जिक्र अवश्य किया।

उमेश कुमार व आयुष गौड़ के बीच अब छत्तीस का आंकड़ा

गौरतलब है कि 2018 में आयुष गौड़ ने उमेश कुमार के ही कहने पर एक चैनल के लिए दिल्ली व देहरादून में त्रिवेंद्र सरकार के कद्दावर आईएएस ओमप्रकाश के अलावा मृत्युंजय मिश्रा, संजय गुप्ता ,कासिम आदि का स्टिंग किया था। बाद में आयुष गौड़ ने चैनल के सीईओ उमेश कुमार (वर्तमान में खानपुर से निर्दलीय विधायक) के खिलाफ शिकायत कर कई राज से पर्दा हटाया था।

इसके बाद त्रिवेंद्र सरकार ने उमेश कुमार और राजद्रोह का मुकदमा ठोकते हुए जेल में डाल दिया था। 2018 के इस बहुचर्चित मामले में आयुष,उमेश व शशांक बंसल के बीच जारी टेलिफोनिक वार्ता का ऑडियो टेप भी वॉयरल हुआ था।


2018 के ऑडियो में तीनों त्रिवेंद्र सरकार गिराने के मिशन पर चर्चा कर रहे थे। उस समय यह ऑडियो क्लिप मीडिया की सुर्खियां बनी थी

इस ऑडियो टेप में उमेश कुमार साफ कह रहा है कि स्टिंग व सरकार गिराने में कई लाख खर्च हो गए। आयुष ने देहरादून में प्रेस आयोजित कर उमेश कुमार पर गम्भीर आरोप लगाए थे। इसके बाद से ही साथ साथ स्टिंग मिशन में जुटे आयुष गौड़ व उमेश के बीच छत्तीस का आंकड़ा हो गया।

आयुष गौड़ पर हुए हमले के बाद स्टिंग की पुरानी कहानियां व ऑडियो टेप नये सिरे से वॉयरल होने लगे हैं।

यह है तहरीर की मूल भाषा


20/11/22

सेवा में श्रीमान

थानाध्यक्ष महोदय राजपुर देहरादून

श्रीमान जी से सविनय निवेदन इस प्रकार है कि मैं पंडित आयुष गौड़ पुत्र स्वर्गीय प्रकाश गौड़ मौजूदा वक़्त पर 429 रस्तोगी लेन राजपुर रोड में निवास कर रहा हूँ और प्रदेश के चर्चित स्टिंग मामले में उमेश कुमार (वर्तमान में खानपुर विधायक) के विरुद्ध शिकायत करता हूँ। इसके अलावा प्रदेश के कई अन्य बड़े मामलों मैं CBI और विजिलन्स में भी साक्षी हूँ। कल दिनांक 19/11/22 को देर रात तकरीबन 1 बजे किसी जानकार से मिलकर राजपुर स्थित एक कैफे से निकला जिसके बाद अपने स्टाफ़ का खाना पैक कराने के लिए साई मंदिर के बग़ल से जा रही हेलीपैड के लिए सड़क पर स्थित चार दुकान से पराठे पैक करवाने के लिए रुका उसी दौरान तकरीबन 1.50 पर वहाँ कुछ अज्ञात लोग कार और मोटरसाइकिलों से आए और हमारे ऊपर बोतलों, डंडों और सरीया से हमला कर दिया। जिसके कारन में बेहद चोटिल हो गया। वो लोग मुझे गाड़ी से खींचने का प्रयास करने लगे। आनन फानन में मेरे ड्राइवर ने वहाँ से गाड़ी भगायी जिसके बाद नीले रंग की एक गाड़ी और कुछ बाइक सवार हमारा पीछा करने लगे। वह बार बार हमारी गाड़ी रोकना चाह रहे थे पर हम नहीं रुके इस दौरान उन्होंने पीछे से कोई भारी चीज़ फेक कर गाड़ी का पीछे वाला शीशा भी तोड़ दिया। हम सीधे अपनी गाड़ी IT पार्क चौकी पर ले गए जहाँ पुलिस की पिकेट और मौजूदगी देख हमलावर वहाँ से भाग निकले। यह घटना तकरीबन एक दर्जन हथियारबंद बदमाशों द्वारा अंजाम दी गई। इस दौरान जो लोग मुझे गाड़ी से बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे वे निरंतर कह रहे थे आज ईसका काम खत्म कर दो। उनके द्वारा लगातार गाड़ी पर प्रहार किया जा रहा था और भद्दी भद्दी गालियां दी जा रही थी। इस घटना के सभी साक्ष्य में अपने प्रार्थना पत्र के साथ संकलन कर रहा हूँ। कृपया कर मुझे जान से मारने की नियत से हमला करने वालों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख़्त से सख़्त कार्रवाई कर, मेरे और मेरे परिवार की सुरक्षा करने की कृपा करे। आपकी महान दया गया होगी। धन्यवाद

पंडित आयुष गौड़,

429 राजपुर रोड देहरादून


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