ऋषिकेश:युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना का 41वें दिन व आमरण अनशन सातवें दिन जारी रहा और आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे अंकिता के माता पिता व मातृ सदन के स्वामी शिवानन्द जी महाराज ने धरना स्थल पर पहुँच कर समर्थन दिया ।
आमरण अनशन पर बैठी सातवें दिन सरोजनी थपलियाल व क्रमिक अनशन पर प्रमिला रावत, तरुणा जगुडी बैठी ।
मातृ सदन के स्वामी शिवानंद महराज ने कहा की मेरा न्याय संघर्ष समिति के मंच पर आने का एक मुख्य कारण यह है कि सरकार समझ जाए कि यहाँ इस लड़ाई में युवा न्याय संघर्ष समिति के लोग अकेले नहीं है हम उनके साथ हैं ।
स्वामी जी ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा वीआईपी व अन्य दोषियों को लगातार बचाने का काम कर रही है और यह सिर्फ़ इसी रिसोर्ट की बात नहीं प्रदेश में ना जाने कितने ऐसे और कितने रिसोर्ट होंगे और अगर इनकी पोल खुली तो कहीं सरकार के लोगों के नाम ना सामने आ जायें इसीलिये ये सरकार इस मामले में दोषियों को बचाने पर लगी है ।इस प्रदेश तो ना जाने कितने कुकृत्य इस सरकार की निगरानी में हो रहे हैं लेकिन सरकार आंख बंद कर इन सब को देख रही है मैं अंकिता के माता-पिता को सहानुभूति देकर यह कहना चाहता हूं कि आप बेफिक्र रहें हम बेटी अंकिता को इंसाफ जरुर दिलाएंगे।
समिति को समर्थन देने पहुंचे अंकिता के पिता ने कहा कि हम युवा न्याय संघर्ष समिति के धरने को पूर्ण समर्थन देते हुए कहा कि मैं सरकार से अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने की मांग करता हूँ साथ ही सरकार से वीआईपी का नाम उजागर करने की मांग व तीनों दोषियों का नारको टेस्ट करवाने व सीबीआई जांच की मांग करते हैं ताकि जो आज हमारी बेटी के साथ हुआ है आगे किसी और बेटी के साथ ना हो, अंकिता के पिता ने युवा संघर्ष समिति के संयोजक मंडल व सदस्यों सहित उत्तराखण्ड आंदोलन कारियों का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं कि आपने उत्तराखण्ड की बेटी को न्याय दिलाने के लिये की आवाज़ उठाई और मैं आपको आश्वासन देता हूं कि कोशिश करूँगा कि इस आंदोलन में कल से या 26 नवम्बर से आप के साथ धरने पर बैठ कर इस सरकार व न्यायालय से इंसाफ की मांग करूंगा।
धरने पर सरोजनी थपलियाल,प्रमिला रावत ,तरुण जेठुली, शीला ध्यानी ,सूरज कुकरेती,सतिशचंद बिजलवान , डिम्पल चौहान, कृष्णा, तरुणा,विजय सिंह बिष्ट,सुरेंद्र सिंह नेगी ,पूर्णिमा बडोनी ,प्रवीण जाटव, जया डोभाल ,सावित्री देवी, राजेंद्र गैरोला, हेमा रावत, रामेश्वरी चौहान , युद्धवीर सिंह चौहान, स्वरूपी देवी,विमला ,लक्ष्मी कठेत,रविन्द्र कौर,लक्ष्मी बुडाकोटी,कुसुम जोशी, पितम्बर दत्त बुडाकोटी,आदेश तोमर,रविंद्र प्रकाश भारद्वाज ,विनोद रतूड़ी,राधा रमोला,दिनेश सिंह बिष्ट,मोहन सिंह नेगी ,योगिता भंडारी,शालिनी चमोली,ममता चमोली, उषा चौहान, भूमा रावत,सुभागा ,सुलोचना भट्ट,देवेश्वरी गुसाई,हेमलता रावत, जसोदा उनियाल,राजेंद्र कोठारी,हरी सिंह बिष्ट,विक्रम भंडारी,नवीन देशवाल,बलदेव नेगी,मनोज गुसाई,जितार सिंह बिष्ट,अरविंद सिंह तड़ियाल,मनोज गुसाई,हरीश आनद ,हरिराम वर्मा,लक्ष्मी मलासी,देवेश्वरी गुसाई, अरुण कपरूवान,शकुंतला रावत, किरन त्यागी,सुमन गवाड़ी,सुशीला रावत ,संजय ,राजेंद्र, हिमांशु रावत,यशवंत सिंह रावत ,जितेंद्र सिंह पाठी,सचिन सैनी,गौरव राणा, विक्की राणा ,वीर सिंह,मधु डोभाल ,सरस्वती देवी,अनिता बर्थवाल ,भगवान सिंह, आयुषी, रघुवीर,देवेंद्र राणा आदि मौजूद रहे।