पटवारी भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक प्रकरण को लेकर गठित एसआईटी की जांच रफ्तार पकड़ पकड़ेगी। फिलहाल एसआईटी के रडार पर प्रश्नपत्र खरीदने वाले 35 अभ्यर्थी हैं, जिनसे पूछताछ का सिलसिला जल्द ही शुरू हो जाएगा। बताया जा रहा है कि अधिकांश अभ्यर्थी हरिद्वार जनपद के ही निवासी हैं। संभवत: शुक्रवार या शनिवार से अभ्यर्थियों को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। वहीं, जेल में बंद आरोपितों को रिमांड पर लेने की तैयारी भी एसआइटी ने कर ली है। जल्द ही रिमांड लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल किया जाएगा।
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हफ्तेभर में परीक्षावार आंतरिक रिपोर्ट देन के आदेश
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लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद राज्य लोक सेवा आयोग आगामी परीक्षाओं की शुचिता और गोपनीयता को लेकर गंभीर है। परीक्षाओं में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए आयोग के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने हर पहलू को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर परीक्षावार विस्तृत आंतरिक रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।
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अन्य पहलुओं पर जांच जारी
इधर, कई अन्य पहलुओं को भी एसआईटी खंगालने की एक्सरसाइज में जुट गई है, जिसके तार प्रश्नपत्र लीक प्रकरण में शामिल किरदारों से जुड़े हैं। उत्तराखंड एसटीएफ ने पटवारी भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले का पटाक्षेप करते हुए लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चर्तुवेदी, उसकी पत्नी समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 41 लाख की रकम बरामद की थी। एसटीएफ ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया था। इधर, पूरे प्रकरण की जांच सीधे तौर पर एसटीएफ से हटाते हुए एसआईटी गठित कर दी थी। एसपी अपराध रेखा यादव की अगुवाई में जांच टीम गठित की गई थी।