डॉ.वीरेंद्रसिंह बर्त्वाल,वरिष्ठ पत्रकार
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, देवप्रयाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह पर कार्यक्रम
देवप्रयाग। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर विशिष्ट पहचान बनाने वाली 15 महिलाओं को ’नारी शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया। अंतर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह के अन्तर्गत यह कार्यक्रम परिसर के की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन समिति (आईक्यूएसी) के तत्त्वावधान में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ओंकारानन्द राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. प्रीति कुमारी ने कहा कि गृहस्थी की धुरी नारी सरकारी, गैरसरकारी सेवा के क्षेत्र में भी बढ़-चढ़कर आगे आ रही है। अनेक सामाजिक दायित्वों को निभा रही स्त्री के बिना घर प्राणहीन प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के लिए कड़े से कड़े कानून की दरकार है, परन्तु महिलाओं को भी अपना आत्मबल मजबूत करना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निदेशक प्रो. पीवीबी सुब्रह्मण्य ने कहा कि इस सृष्टि और समाज में नारी-पुरुष दोनों का बराबर का महत्त्व है, परन्तु नारी को सम्मान देना हमारी संस्कृति, परम्परा का अभिन्न भाग है। नारी का सम्मान और प्राथमिकता हमारे शास्त्रों और पूजा विधान में भी है। श्रीकृष्ण से पहले राधा जी, श्री राम से पहले सीता का नाम लिया जाता है। उन्होंने कहा कि परिसर में छात्राओं की संख्या कम है, इसे बढ़ाया जाएगा।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनाने वाली प्रो. प्रीति कुमारी, माध्यमिक शिक्षा में रेखा ध्यानी, प्रीति कोटियाल, बैंकिंग क्षेत्र में वंदना यादव, संस्कृत शिक्षा में देवश्रुति पुलिस प्रशासन में विजया चौधरी के साथ ही निजी क्षेत्र में सेवा करने वाली संगीता देवी, सुनीता देवी रावत इत्यादि को सम्मानित किया गया। परिसर की अध्यापिकाओं डॉ0 मोनिका बोल्ला तथा डॉ. मनीषा आर्या को सम्मानित किए जाने के साथ ही अध्ययनरत सभी छात्राओं श्रुति शर्मा, समीक्षा ध्यानी, मधु, अर्चना नौडियाल, श्रेष्ठा, माधुरी, मेघा पोखरियाल, कोमल ध्यानी, एकता ध्यानी, कृपा अरोड़ा, मोनिका नौगाईं को भी पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम के तहत नारी पर केंद्रित विद्यार्थियों की निबन्ध प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी। आईक्यूएसी के संयोजक डॉ. सच्चिदानन्द स्नेही ने सभी सम्मानिक महिलाओं को शुभकामनाएं दीं। सम्मानित महिलाओं ने परिसर के निदेशक, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के साथ गंगा आरती में भी भागीदारी की ।
इस अवसर पर डॉ0 शैलेन्द्र प्रसाद उनियाल, डॉ0 शैलेन्द्र नारायण कोटियाल, डॉ0 अनिल कुमार, डॉ0 वीरेन्द्र सिंह बर्त्वाल, डॉ0 अरविन्दसिंह गौर, डॉ0 दिनेशचन्द्र पाण्डेय, डॉ0 अमन्द मिश्र, रघु बी0 राज, पंकज कोटियाल, नवीन डोबरियाल, डॉ0 अंकुर वत्स, डॉ0 सुधांशु वर्मा, डॉ0 श्रीओम शर्मा, अजय सिंह नेगी, डॉ0 सुशील बडोनी आदि उपस्थित थे।