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Badrinath Manglaur By election: गिरा वोट प्रतिशत, पहाड़ में 51 फीसदी तो मैदान में 68 फीसदी हुई वोटिंग

Badrinath Manglaur By election: गिरा वोट प्रतिशत, पहाड़ में 51 फीसदी तो मैदान में 68 फीसदी हुई वोटिंग

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Uttarakhand By-Election: उत्तराखंड की बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटों पर बुधवार को उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है। 2022 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार मतदान प्रतिशत काफी कम रहा है। बदरीनाथ विधानसभा उपचुनाव में 51.43 प्रतिशत ही मतदान हो पाया है, जबकि, मंगलौर में 68.24 प्रतिशत मतदान हुआ है। उप चुनाव के बाद अब 13 जुलाई को मतगणना होगी।

चमोली जिले के बदरीनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर 210 मतदेय स्थलों पर वोटिंग हुई थी। नए मतदाताओं ने भी पहली बार मताधिकार का प्रयोग करने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वहीं महिलाओं की सक्रिय सहभागिता रही। वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगजनों ने भी उत्साह से मतदान किया।बद्रीनाथ विधानसभा के सभी मतदेय स्थलों पर उप चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। मतदान के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु खुराना कंट्रोल रूम से मतदेय स्थलों पर मतदान प्रक्रिया की पल-पल मॉनिटरिंग करते रहे। उन्होंने आदर्श दिव्यांग मतदेय स्थल कुंड में अपना मतदान किया। इस दौरान उन्होंने बूथ पर मतदान व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।चारों प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद

बद्रीनाथ सीट पर उप चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र सिंह भंडारी, कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला, सैनिक समाज पार्टी के हिम्मत सिंह नेगी और निर्दलीय प्रत्याशी नवल किशोर खाली चुनाव मैदान में है। चारों उम्मीदवारों का भाग्य अब ईवीएम में कैद हो गया है। बदरीनाथ विधानसभा में 1,02,145 मतदाता पंजीकृत हैं। इसमें पुरुष 52,485, महिला 49,658 और 2 थर्ड जेंडर हैं। इसके अलावा 2566 सर्विस मतदाता हैं। बद्रीनाथ विधानसभा के पिछले चुनावों में मतदान प्रतिशत पर नजर डाले तो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 59.66 प्रतिशत मतदान हुआ। वही वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 64.15 रहा। अभी हाल ही में वर्ष 2024 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बद्रीनाथ विधानसभा में 57.62 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। इस बार उप चुनाव में 51.43 प्रतिशत मतदान हुआ।

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अब केदारनाथ की सीट हुई खाली

बता दें कि केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद अब यह विधानसभा सीट रिक्त हो गई है। इस सरकार में तीसरे विधायक की मृत्यु की वजह से सीट खाली हुई है। इससे पहले बागेश्वर विधायक चंदन रामदास के निधन पर रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव हुआ था। विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद रिक्त हुई मंगलौर विधानसभा सीट पर बुधवार को मतदान हुआ।