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उत्साह के बीच कम न हो सतर्कता: अनूप

रामरतन सिह पंवार/जखोली

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  • उत्साह के बीच कम न हो सतर्कता: अनूप
  • एसडीसी फाउंडेशन ने चारधाम यात्रा के बीच तीन बड़ी चुनौतियां गिनाई

जनस्वास्थ्य और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर काम करने वाली संस्था सोशल डेवलमेंट फॉर कम्यूनिटी (एसडीसी) फाउंडेशन ने नैनीताल हाई कोर्ट द्वारा कुछ शर्तों के साथ उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर लगी रोक हटाने का स्वागत किया है। प्रेस के लिए जारी एक बयान में फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने कहा कि केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा अगले करीब दो महीने तक चलेगी। इन धामों के कपाट बंद होने की तिथि 5 नवम्बर से 19 नवम्बर के बीच है।

अनूप नौटियाल ने कहा कि यह एक अच्छी बात है कि इस समय जब यह यात्रा शुरू हो रही है, उस समय राज्य में कोविड के मामले बहुत कम आ रहे हैं। लेकिन, उन्होंने आगाह किया कि नये मामले आने अभी बंद नहीं हुए हैं। पिछले 45 दिनों में राज्य में हर दिन नये कोविड मामलों की संख्या 20 से 50 के बीच रही है। नये पॉजिटिव मामलों की निरंतरता बताती है कि वायरस अब भी हमारे बीच मौजूद है, लिहाजा चारधाम यात्रा के दौरान अत्यधिक सतर्कता बरते जाने की जरूरत है।

अपने बयान में अनूप नौटियाल ने राज्य में बहुत कम संख्या में हो रहे कोविड टेस्ट को लेकर चिन्ता जताई है। उनका कहना है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करके ही कोविड की सही जानकारी सामने आ सकती है।

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राज्य सरकार ने हर रोज 40 हजार टेस्ट करने का टारगेट रखा था, लेकिन पिछले 45 दिनों में हर रोज 16 से 20 हजार टेस्ट ही राज्य में हो पाये हैं। यानी कि टारगेट से 50 प्रतिशत तक कम टेस्ट इस दौरान किये गये है।

अनूप नौटियाल ने चारधाम यात्रा के दौरान तीन बड़ी चुनौतियां गिनाई हैं। उनका कहना है कि सबसे बड़ी चुनौती आम लोगों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल के पालन को लेकर है। हाल के दिनों यह बात साफ देखी जा रही है कि लोग कोविड नियमों को पालन नहीं कर रहे हैं। मास्क और सोशल डिस्टेंस आमतौर पर नजर नहीं आ रहा है या बहुत कम है।

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दूसरी बड़ी चुनौनी उन्होंने राजनीतिक रैलियों की गिनाई है। अनूप नौटियाल का कहना है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, खुद राजनीतिक दलों के लोग एक-दूसरे से मिलजुल रहे हैं और सभाएं भी हो रही हैं। यानी जो कोविड नियमों का पालन करने के लिए जिम्मेदार हैं, वे खुद इन नियमों को तोड़ रहे हैं।

आने वाले दिनों में त्योहारी सीजन को उन्होंने चारधाम यात्रा और राज्य के लिए तीसरी बड़ी चुनौती बताया है। उनका कहना है त्योहारी सीजन में बाजारों, धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर उमड़ने वाली भीड़ आने वाले दिनों में खतरनाक साबित हो सकते हैं

अनूप नौटियाल का कहना है कि तीन बड़ी चुनौतियों के बाद भी एक बात संतोषजनक है कि राज्य में वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज है। उत्तराखंड में अब तक 96 लाख लोगों को कोविड टीके लगाये जा चुके हैं, इनमें से 25 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी है। उन्होंने अगले कुछ दिन में यह आंकड़ा एक करोड़ से आगे पहुंचने की उम्मीद जताई है।

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उन्होंने देशभर में भी 76 करोड़ लोगों का टीकाकरण पूरा हो जाने को संतोषजनक स्थिति बताया है।

अनूप नौटियाल से राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग को सुझाव दिया है कि चारधाम यात्रा के दौरान टेस्टिंग को और ज्यादा बढ़ाया जाए और वैक्सीनेशन की निरंतरता में कमी न आने दी जाए। उन्होंने राजनीतिक दलों और आम लोगों से भी अपील की है कि कम कोविड केसेज और यात्रा खुलने की खुशी के बीच सतर्कता के साथ किसी तरह का समझौता न करें। उनका कहना है की कोविड के बीच सहयोग और सतर्कता से ही यात्रा का सफल संचालन संभव हो सकेगा।

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