रुड़की: अभी तक आपने करिश्मे तो होते देखे होंगे, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे करिश्में से रूबरू करा रहे हैं कि आप भी इस करिश्मे को सुनकर हैरान रह जाएंगे, दरअसल मामला रूडकी की मंगलौर कोतवाली क्षेत्र का है, यहां एक गांव में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, दरअसल यहां एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी, जिसके अंतिम संस्कार की तैयारियां चल ही रही थीं, सभी रिश्तेदार भी अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे थे, लेकिन अचानक मृतका के शरीर में हरकत देख सभी हैरत में पड़ गए, हालांकि किसी को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब मृतका बुजुर्ग महिला ने आंखें खोली तो वहां पर मौजूद सभी लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, वहीं अब ये घटना मंगलौर क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
डॉक्टर ने जांच के बाद महिला को किया था मृत घोषित….
जानकारी के मुताबिक मंगलौर क्षेत्र के नारसन खुर्द निवासी विनोद की 102 वर्षीय माता ज्ञान देवी पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थी, जानकारी मिली है कि अचानक बुजुर्ग महिला मूर्छित हो गई, जिसके बाद परिजनों ने आनन-फानन में डॉक्टर को घर पर बुलाकर बुजुर्ग की जांच करवाई, डॉक्टर ने जांच के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया, वहीं इस खबर के बाद परिजनों में मातम का माहौल हो गया, परिजनों ने उनकी मौत की खबर अपने सभी रिश्तेदारों को दी, जिसके बाद सभी रिश्तेदार और ग्रामीण उनके घर पर जमा हो गए, इसके बाद महिला के अंतिम संस्कार की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी, जैसे ही शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाने वाले थे तो अचानक उनके शरीर में कुछ हरकत महसूस होने लगी, वहीं जब उन्हें जोर से हिलाया डुलाया गया तो उन्होंने आंखें खोल दी।
जिंदा होने के बाद महिला की चाट खाने की मांग….
वहीं अंतिम संस्कार से पहले जिंदा हुई 102 साल की वृद्ध महिला को जिंदा होने के बाद जब परिवार वालों ने उनसे खाने के लिए पूछा की आपको रसगुल्ले खाने हैं किसी ने पूछा कि चाट खाओगी तो उन्होंने चाट खाने के लिए हां कर दी, जिसके बाद महिला को गुरुकुल से चाट लाकर खिलाई गई, जिसके बाद महिला पहले की तरह बातें करने लगी, महिला के पौत्र ने बताया कि उनकी दादी करीब सात घंटे मृत रही, जिसके बाद अचानक उनकी सांसें चलने लगी और घर में खुशी का माहौल हो गया।
परिवार में छाया खुशी का माहौल…..
वहीं महिला के होश में आते ही जहां कुछ देर पहले चीख पुकार मची हुई थी तो वहीं अचानक खुशी का माहौल बन गया, विनोद का कहना है कि उनकी माता परिवार ही नहीं बल्कि पूरे गांव में सबसे बुजुर्ग महिला हैं, उन्होंने बताया कि उनके जीवित होने पर पूरा गांव खुशी मना रहा है, होश में आने के बाद उनकी माता पहले की तरह ही खा-पी रही हैं।