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42 किलो का पेन 45 हजार का आया खर्चा ये,पेन बना दुनिया में चर्चा ,छुट्टी पर गए टीचर की जगह भी पढ़ाएगा पेन:जाने कैसे

नमिता बिष्ट, देहरादून

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‘एक कलम तलवार से भी ज्यादा ताकतवर होती है’….. आपने ये कहावत तो सुनी ही होगी लेकिन अब आप इसका साकार रूप भी देख लिजिए। दरअसल हिमाचल के शिक्षक ने एक ऐसा पेन बनाया है, जो तलवार से इतना बड़ा है कि इसे अकेले उठाने में लोगों के पसीने तक छूट जाएंगे। इतना ही नहीं 20 फीट लंबा और 1 फीट चौड़ा यह विशाल इंक पेन स्कूल में बच्चों की क्लास भी लेगा। दावा किया जा रहा है कि यह इंक पेन दुनिया का सबसे बड़ा इंक पेन है। तो आइए जानते है इसकी इस विशाल पेन कि खासियत…

दुनिया का सबसे बड़ा इंक पेन


हिमाचल के सिरमौर जिले की नाहन विधानसभा के दुर्गम क्षेत्र में स्थित राजकीय उच्च विद्यालय नौरंगाबाद स्कूल के मुख्याध्यापक और विज्ञान के शिक्षक डॉ. संजीव अत्री ने इस पेन को बनाया है। संजीव अत्री ने बताया कि टीचिंग और लर्निंग करवाने वाले इस पेन को एक स्किल के तहत तैयार किया गया है। उनका दावा है कि यह इंक पेन दुनिया का सबसे लंबा इंक पेन है।

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छुट्टी पर गए टीचर की जगह पढ़ाएगा पेन


20 फीट लंबा यह पेन सिर्फ शोपीस नहीं हैं, बल्कि इसकी कई खासियत भी है। दरअसल यह पेन साउंड सेंसर से लैस है। मतलब यदि कोई शिक्षक अगले दिन अवकाश करने वाला है, तो संबंधित अध्यापक अपना लेक्चर रिकॉर्ड करके मोबाइल के माध्यम से स्कूल प्रबंधन के पास भेजेगा। इसके बाद साउंड सेंसर की मदद से संबंधित रिकार्ड लेक्चर को पेन में सेंड कर दिया जाएगा। अगले दिन बच्चों को पेन के पास बिठाकर छुट्टी पर गए शिक्षक की आवाज में पढ़ाकर सेंसर अपना काम शुरू कर देगा।

अब बच्चों को प्रार्थना भी कराएगा पेन


नौरंगाबाद स्कूल में पीटीआई नहीं होने के चलते अब विशाल पेन स्कूल में प्रार्थना कराने में भी मदद करेगा। इतना ही नहीं खाली पीरियड में पेन बच्चों को कहानी भी सुनाएगा। साथ ही इस पेन से बच्चे गीत भी सुन सकते हैं। बता दें कि इस पेन को सौर ऊर्जा से चार्ज किया जा सकता है। ऐसे में रात को यह पेन रोशनी भी बिखेरने में सहायक साबित होगा। हालांकि इसका भार ज्यादा होने की वजह से अकेले व्यक्ति को इसे उठा पाना बहुत मुश्किल होगा।
इतने में बना 20 फीट लंबा पेन
यह इंक पेन 20 फीट लंबा और 42 किलो का है। करीब 1 फीट चौड़े इस पेन को बनाने में लकड़ी और लोहे का उपयोग किया गया है। इसे तीन हिस्सों में बनाया है। पहला ढक्कन, दूसरा बीच का हिस्सा और तीसरे हिस्से में 8 इंच लंबी इसकी निब है, जिससे लिखा भी जा सकता है। पेन के भीतर स्याही भरने का भी प्रावधान किया गया है। एक बेग में स्याही भरी जाएगी, जोंकि एक पाइप के माध्यम से निब तक पहुंचेगी। बता दें कि इस पेन को बनाने में 45 हजार का खर्चा आया है। जिसे 6 शिक्षकों ने मिलकर खर्च किया है।

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बच्चों की पहरेदारी भी करेगा पेन


इस इंक पेन की एक और खासियत यह भी है कि इसकी मदद से स्कूल परिसर में बच्चों पर नजर भी रखी जा सकेगी। इसके लिए पेन में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है, जिसका नियंत्रण स्कूल प्रबंधन के पास रहेगा। बता दें कि कार्यालय में बैठकर जहां स्कूल प्रबंधन परिसर में बच्चों पर नजर रख सकेगा, वहीं सीसीटीवी की मदद से यह पेन स्कूल की सुरक्षा में भी मददगार साबित होगा।

भारत में पहले यहां बना था सबसे बड़ा पेन


नौरंगाबाद स्कूल में तैयार किए गए इंक पेन से पहले दुनिया का सबसे बड़ा बॉल पेन हैदराबाद के निवासी आचार्य मकुनुरी श्रीनिवासा ने तैयार किया था, जिसे गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में भी दर्ज किया गया है। यह बॉल पेन 18 फीट लंबा था, जिसका वजन 37.23 किलोग्राम रहा। ऐसे में नौरंगाबाद स्कूल प्रबंधन का दावा है कि उनके द्वारा तैयार किया गया यह पेन दुनिया का सबसे बड़ा इंक पेन होगा। इसके लिए वह गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स के लिए भी आवेदन करेंगे।

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