उत्तर प्रदेश | भारतीय जनता पार्टी के मुरादाबाद लोकसभा सीट से प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह का निधन हो गया है। उन्होंने आज शाम 6:30 बजे (20 अप्रैल) दिल्ली AIIMS में 71 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।मुरादाबाद सीट पर पहले ही फेज यानी शुक्रवार (19 अप्रैल) को मतदान हुआ था। कुंवर सर्वेश सिंह की वोट देने के बाद तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। सर्वेश सिंह के निधन की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। वे लंबे समय से बीमार भी चल रहे थे। वह कैंसर से पीड़ित थे। कुंवर सर्वेश को बीजेपी की ओर से जब टिकट मिला था, इस पूरे चुनाव में सर्वेश सिंह बीमारी के चलते प्रचार में एक्टिव नहीं रह सके थे।मुरादाबाद सीट पर पहले ही फेज यानी शुक्रवार (19 अप्रैल) को मतदान हुआ था। यहां 63.01% वोटिंग हुई। साल 2019 में यहां 65.94% वोटिंग हुई थी। इस हिसाब से इस बार 3.89% कम वोटिंग हुई। वहीं एक्सपर्ट का कहना है कि वोटिंग हो गई है। इस कंडीशन में अगर कैंडिडेट की जीत हो जाती है तो उपचुनाव होगा।
बता दें कि मुरादाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी ने सर्वेश सिंह को उम्मीदवार बनाया था। वहीं समाजवादी पार्टी ने मौजूदा सांसद एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। इसके साथ ही बसपा ने इरफान सैफी को इस सीट पर उम्मीदवार घोषित किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुःख
बीजेपी उम्मीदवार और पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुःख जताया, उन्होंने ट्वीट किया, ”मुरादाबाद लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे अपने आखिरी पल तक जनसेवा और समाजसेवा के प्रति समर्पित रहे। उनका जाना पार्टी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके परिजनों को इस गहरे शोक को सहने की शक्ति प्रदान करे। ओम शांति!”
कुंवर सर्वेश सिंह का सियासी सफर
कुंवर सर्वेश सिंह का जन्म 22 दिसंबर 1951 को हुआ था। सर्वेश सिंह मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के रतूपुरा गांव के रहने वाले थे। सर्वेश सिंह ने 1991 में पहली बार बीजेपी की टिकट पर ठाकुरद्वारा सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। इसके बाद वह लगातार चार बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। सर्वेश सिंह 1991 के बाद 1993, 1996 और 2002 में लगातार चुनाव जीते थे। हालांकि 2007 में उन्हें बसपा कैंडिडेट से हार का सामना करना पड़ा था। 2014 में मुरादाबाद से भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी।2019 में उन्हें सपा के डॉ. एसटी हसन से हार का सामना करना पड़ा था। 2024 में भाजपा ने फिर से सर्वेश को टिकट देकर मैदान में उतारा था। सर्वेश सिंह के पिता राजा रामपाल सिंह भी ठाकुरद्वारा से 4 बार विधायक रहे और अमरोहा से एक बार सांसद बने थे। सर्वेश सिंह के बेटे सुशांत सिंह बिजनौर की बढ़ापुर सीट से मौजूदा समय में भाजपा विधायक हैं।
क्या है मुरादाबाद सीट का सियासी समीकरण
मुरादाबाद लोकसभा के अंतर्गत 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र है। जिले की 56.77 फीसदी जनसंख्या साक्षर है। इनमें पुरुष 64.83 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 47.86 फीसदी है। मुरादाबाद लोकसभा सीट पर सत्ता की चाबी मुस्लिम वोटरों के हाथ में मानी जाती है। यहां पर कुल 52.14% हिन्दू और 47.12% मुस्लिम जनसंख्या है। 2014 में पहली बार मुरादाबाद लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई। उत्तर प्रदेश में बीजेपी 71 सीटें जीत कर आई थी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उसने क्लीन स्वीप किया था। कुंवर सर्वेश कुमार ने अपने प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के डॉ. एसटी हसन को मात दी थी। सर्वेश कुमार ने करीब 87 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी।