हिन्दी पखवाड़े के तहत श्रुत लेख और सामान्य ज्ञान स्पर्धा
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में 28 को होगा हिन्दी पखवाड़े का समापन
देवप्रयागः केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में हिन्दी पखवाड़े के तहत अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। विद्यार्थियों में हिन्दी के प्रति रुचि जाग्रत करने के उद्देश्य से जहां श्रुतलेख स्पर्धा का आयोजन किया गया, वहीं कर्मचारियों की हिन्दी मजबूत करने के उद्देश्य से उनके लिए हिन्दी भाषा सामान्य ज्ञान स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। साथ ही एक राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा।
परिसर में हिन्दी पखवाड़े का शुभारंभ 14 सितंबर को हिन्दी दिवस पर हुआ। इसका समापन 28 सितंबर को होगा। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि भगिनी निवेदिता कॉलेज, दिल्ली की प्राचार्या प्रो0 राज भारद्वाज ने कहा कि हिन्दी भारत की पहचान है, यह समस्त देश को एकता के सूत्र में बांधती है। विदेश में भी यह भारतीयों में भारतीयता की भावना पैदा करती है। प्रसन्नता की बात है कि विश्व में हिन्दी की लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। मुख्य वक्ता दौलत राम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय की हिन्दी की सहायक आचार्य डॉ0 कुसुम लता ने कहा कि भारत का गौरव हिन्दी भारतीयों के स्वभाव में रच-बस चुकी है। इसलिए अंग्रेजी जैसी अन्य विदेशी भाषाएं अब भारतीयों को प्रभावित नहीं कर सकती हैं। हिन्दी का भविष्य उज्ज्वल है। साहित्यविभागाध्यक्ष प्रो0 विजयपाल शास्त्री ने कहा कि हमें बच्चों में हिन्दी के व्यवहार के प्रति गौरव जाग्रत करना होगा। हिन्दी के साथ ही संस्कृत का संरक्षण और प्रचार-प्रसार भी आवश्यक है, क्योंकि हिन्दी संस्कृत से ही उद्भूत है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो0 निदेशक प्रो0 बनमाली बिश्वाल ने कहा कि हमारी राजभाषा हिन्दी का इतिहास डेढ़ हजार वर्षों का है। इस अवधि में इस भाषा ने स्वयं में अनेक परिवर्तन किए हैं। यह इसकी खूबी है कि इतने परिवर्तनों के बाद भी वह आज लोकप्रिय भाषा बनी हुई है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ0 वीरेन्द्र सिंह बर्त्वाल ने कहा कि हिन्दी ने लोकप्रियता के मामले में विश्व की सभी भाषाओं को पछाड़ दिया है। हिन्दी की लोकप्रियता का ही कारण है कि आज यह विज्ञापन, मीडिया और मनोरंजन जगत की प्रमुख भाषा बन गयी है। विदेश में लोगों में हिन्दी के प्रति क्रेज बढ़ रहा है।
डॉ0 बर्त्वाल ने बताया कि परिसर के प्राक्शास्त्री से आचार्य तक के बच्चों के लिए हिन्दी पखवाड़े के तहत ऑनलाइन हिन्दी श्रुतलेख प्रतियोगिता आयोजित की गयी। इसमें प्रथम तीन स्थानों पर रहने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार दिए जाएंगे। परिसर के शिक्षणेतर कर्मचारियों के लिए हिन्दी भाषा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन होगा तथा 25 सितंबर को हिन्दी भाषा में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन होगा। 28 सितंबर को हिन्दी पखवाड़ा कार्यक्रम के समापन पर पुरस्कार दिए जाएंगे। शुभारंभ कार्यक्रम में डॉ0 अनिल कुमार, डॉ0 दिनेशचन्द्र पाण्डेय, समीक्षा ध्यानी, दिगंबर रतूड़ी ने भी विचार व्यक्त किए। मंगलाचरण डॉ0 अमंद मिश्र ने किया। स्वागत भाषण डॉ0 अरविंद गौर तथा धन्यवाद ज्ञापन पंकज कोटियाल ने किया। संचालन डॉ0 अवधेश बिजल्वाण ने किया। इस अवसर पर डॉ0 सच्चिदानंद स्नेही, डॉ0 कृपाशंकर शर्मा, डॉ0 शैलेंद्र प्रसाद उनियाल, डॉ0 श्रीओम शर्मा, डॉ0 सुरेश शर्मा, डॉ जनार्द्धन सुवेदी,डॉ0 मनीष शर्मा, डॉ0 मधुसूदन पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।