टीवी चैनल खुलवाने के नाम पर एक वैद्याचार्य (आयुर्वेद चिकित्सक) से पांच करोड़ रुपये ठगने के आरोप में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (Indian Engineering Service) के एक पूर्व अधिकारी को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तार किए गए पूर्व अधिकारी का नाम सुनील कुमार झा है और वह जोधपुर में दूरदर्शन के डिप्टी डायरेक्टर के पद पर भी काम कर चुका है। सुनील को दूरदर्शन के स्टोरों से सामानों की धोखाधड़ी और हेराफेरी के संबंध में दूरदर्शन द्वारा दायर आपराधिक मामले में दोषी ठहराया जा चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस का कहना है कि शिकायतकर्ता पंडित लक्ष्मण दास भारद्वाज पेशे से आयुर्वेद चिकित्सक हैं। अपनी शिकायत में लक्ष्मण दास भारद्वाज का कहना है कि वह आयुर्वेद के सामानों के प्रमोशन के दौरान सुनील कुमार के संपर्क में आए थे। उस दौरान सुनील ने उन्हें खुद को एक धार्मिक चैनल का हेड बताया था। शिकायतकर्ता ने उक्त चैनल के माध्यम से अपने कार्यक्रमों का प्रसारण शुरू कर दिया।
सुनील कुमार झा ने पंडित लक्ष्मण दास भारद्वाज से अपनी पत्नी बिंदु झा का भी परिचय कराया था। इस दौरान सुनील ने बिंदु झा को टीवी चैनल और कार्यक्रमों को चलाने की एक्सपर्ट के रूप में पेश किया था। पंडित लक्ष्मण दास के मुताबिक सुनील ने यह भी बताया था कि वह दूरदर्शन में भी काम कर चुका है और M/s वाइसराय इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड (M/s Viceroy Engineers Pvt Ltd) का डायरेक्टर है।
शिकायतकर्ता का आरोप था कि विश्वास जीतने के बाद सुनील कुमार झा ने उसे अपना टीवी चैनल खोलने और M/s एक्सप्रेस ब्रॉडकास्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के बड़े शेयर खरीदने का झांसा दिया। इसके साथ ही टीवी चैनल के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की बात कही और झांसा देकर पांच करोड़ रुपये ले लिए।’
पंडित लक्ष्मण दास का कहना है, ‘बाद में मुझे पता चला कि सुनील कुमार झा ने मेरे साथ धोखाधड़ी की और अपनी पत्नी बिंदू झा व विनीत वशिष्ठ के नाम पर एक दूसरा टीवी चैनल खरीद लिया है।’ इसके बाद पंडित लक्ष्मण दास ने सुनील कुमार झा के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सुनील कुमार झा को गिरफ्तार कर लिया है।
वरिष्ठ पत्रकार डॉ मोहन पहाड़ी की फेसबुक वॉल से
TV चैनल के नाम पर कुछ इस तरह से पांच करोड़ रुपये गंवा बैठा आयुर्वेदिक चिकित्सक
TV चैनल के नाम पर कुछ इस तरह से पांच करोड़ रुपये गंवा बैठा आयुर्वेदिक चिकित्सक