हल्द्वानी। हल्द्वानी में हिंसा भड़कने के बाद पुलिस ताबड़तोड़ एक्शन कर रही है। सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। अब तक 20 उपद्रवियों की पुलिस ने पहचान कर ली है। वहीं 4 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है। हल्द्वानी में 10 पैरापैरामिलिटरी फोर्स को तैनात किया गया है। इसके अलावा कल पुलिस की भी तैनात की गई है। सीनियर अधिकारी लगातार स्पॉट पर जाकर लोगों से शांति बनाए रखने की लगातार अपील कर रहे हैं। बता दें कि हल्द्वानी शहर में धारा 144 लागू की गई है। पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील किया गया है
मुख्यमंत्री धामी ने पुलिस को अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के दिए निर्देश
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। बैठक में सीएम धामी ने पुलिस को अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने हिंसा को बताया चिंताजनक
हल्द्वानी। हल्द्वानी हिंसा पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “ये चिंताजनक है लेकिन उत्तराखंड सरकार और वहां की पुलिस प्रशासन स्थिति को संभाल लेगा और जो दोषी होंगे उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।…..”
हल्द्वानी कोतवाली क्षेत्र में भी बढ़ाई गई सुरक्षा, कल सेना भी पहुंचेगी
बनभूलपुरा में उपद्रव के बाद कुमाऊं के छह जिलों से भारी फोर्स मंगाई गई है। बनभूलपुरा थाना क्षेत्र को आधी रात से छावनी बना दिया गया है। इधर, पुलिस ने देर रात से ही उपद्रवियों का चिह्नीकरण शुरू कर दिया है। पैरामिलिट्री की तीन कंपनी ने मोर्चेबंदी कर ली है। शनिवार तक सेना भी पहुंच जाएगी। बनभूलपुरा में उपद्रव पूर्व प्लानिंग के तहत हुआ है। यहां रहने वालों से जिस तरीके से हमला किया।
‘हमले की पहले से थी प्लानिंग’, नैनीताल डीएम वंदना सिंह ने प्रेस वार्ता में कही ये बातें
हल्द्वानी में हमले, पथराव और आगजनी को लेकर शुक्रवार को नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वंदना सिंह ने बताया, “होई कोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में जगह-जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई। सभी को नोटिस और सुनवाई के अवसर दिए गए। जहां समय नहीं दिया गया वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की ओर से डिमोलिशन अभियान चलाया गया। डीएम ने कहा, “आप वीडियो में देख सकते हैं कि पुलिस बल किसी को उकसा और मार नहीं रहा है या किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहा है।”