जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी समेत 4 जवान शहीद, शहीदों के नाम आए सामने
जम्मू: डोडा जिले के एक जंगली क्षेत्र में सोमवार रात आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां इलाज के दौरान मंगलवार सुबह चार जवानों ने दम तोड़ दिया।
चार जवान शहीद
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने रात करीब पौने आठ बजे देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई। उन्होंने कहा कि थोड़ी देर हुई गोलीबारी के बाद आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन एक अधिकारी के नेतृत्व में बहादुर सैनिकों ने चुनौतीपूर्ण इलाके, घने पेड़ों के बावजूद उनका पीछा किया। इसके बाद रात 9 बजे के आसपास जंगल में एक और गोलीबारी हुई।अधिकारियों ने कहा कि इस दौरान मुठभेड़ में पांच सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए और अधिकारी सहित उनमें से चार ने बाद में दम तोड़ दिया।मुठभेड़ जारी
बता दें कि आतंकी जम्मू संभाग को लगातार निशाना बना रहे हैं। पिछले 35 दिन में डोडा क्षेत्र में यह चौथी मुठभेड़ है। इस ऑपरेशन को सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम अंजाम दे रही है। एक से दो आतंकी सुरक्षाबलों के घेरे में हो सकते हैं
24 घंटे पहले ही मारे गए थे तीन आतंकी
वहीं उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में 24 घंटे पहले ही सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए तीनों आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। नियंत्रण रेखा के पास हुई मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी बड़े हमले की तैयारी में थे। लेकिन इससे पहले पुलिस औ र सेना के सतर्क जवानों ने उनके नापाक इरादों को मिट्टी में मिला दिया।
कुलगाम में पिछले सप्ताह मारे गए थे छह आतंकी
आतंकियों के सफाये के लिए सुरक्षा बल बड़े स्तर पर तलाशी अभियान चला रहे हैं। कुलगाम जिले में अलग-अलग मुठभेड़ों में पिछले सप्ताह सुरक्षाबलों ने छह आतंकियों को मार गिराया गया था।
आतंकी हमलों में बढ़ोतरी
जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी हमलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। 9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ली थी, उसी दिन दहशतगर्दों ने रियासी में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हमला किया था। इससे बस खाई में गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई थी। आतंकियों की ओर से 9 से 11 जून के बीच चार हमले किए गए हैं।
कठुआ में पांच जवान हुए शहीद
इसके बाद जुलाई महीने की शुरुआत में, 8 जुलाई को कठुआ के बदनोटा इलाके में सेना के गश्ती दल पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने घात लगाकर हमला किया था। हमले में पांच जवान बलिदान हो गए थे।