मुनेद्र नेगी ,टिहरी
नई टिहरी। बाबा रामदेव की नामी-गिरामी कंपनी पतंजलि ब्रांड के घी का सैंपल जांच रिपोर्ट में फेल पाया गया। घी को प्रदेश की प्रयोगशाला में जांच के बाद केंद्रीय प्रयोगशाला में भेजा गया,जहां से घी का सैंपल मानकों के विपरित पाया गया। जिला खाद्य सरंक्षा और औषधि विभाग ने पतंजलि कंपनी के खिलाफ एडीएम टिहरी की कोर्ट में वाद दायर करने की कार्यवाही की बात कही गई है।
जिला खाद्य सरंक्षा अभिहित अधिकारी एमएम जोशी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रदेश और केंद्रीय प्रयोगशाला की रिपोर्ट के मुताबिक रामदेव की नामी-गिरामी कंपनी पतंजलि ब्रांड का गाय के घी का सैंपल जांच रिपोर्ट में फेल पाया गया है। बताया बीते वर्ष 27 अक्टूबर को दीपावली पर्व के दौरान जिले के घनसाली कस्बे की एक दुकान से घी का सैंपल भरा गया था, सैंपल को जांच के लिये राज्य सरकार की प्रयोगशाला में भेजा गया, लेकिन सैंपल फेल पाया गया, जिसके बाद खाद्य संरक्षा विभाग की ओर से कंपनी को नोटिस जारी किया,लेकिन कंपनी ने राज्य की लैबोरेट्री की रिपोर्ट को गलत बताया। खाद्य सरंक्षा विभाग ने सैंपल को केंद्रीय प्रयोगशाला में भेजा गया, केंद्रीय प्रयोगशाला की जांच में भी घी का सैंपल फेल हो गया। दो प्रयोगशालाओं में जांच रिपोर्ट में पतंजलि कंपनी के घी का सैंपल फेल होने पर विभाग ने कंपनी के खिलाफ टिहरी के एडीएम कोर्ट में वाद दायर करने जा रही है। बताया घी में मिलावट के साथ मानकों के अनुरूप सही न पाये जाने के साथ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है। जिला अभिहित अधिकारी ने बताया कि घी को महाराष्ट्र के अहमदनगर में बना है। बताया दूसरी ओर चारधाम यात्रा के दौरान चंबा-धरासू हाईवे पर सेलू पानी कस्बे के एक होटल से खाने के चावल का सैंपल भरा गया था,जिसकी सैंपल जांच रिपोर्ट भी फेल आई है, चावल में बड़ी मात्रा में कीटनाशक दवा की पुष्टि की जानी पाई गई है,विभाग की ओर से होटल स्वामी को नोटिस भेजा गया है, नोटिस का जवाब आने के बाद होटल स्वामी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। मौके पर क्षेत्रीय खाद्य्य सरंक्षा अधिकारी शारदा शर्मा आदि मौजूद थे।