प्रदेश में गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। 2022 के बाद इस साल फिर अप्रैल माह में बिजली की मांग 4.7 करोड़ यूनिट का आंकड़ा पार कर गई है। इसके सापेक्ष 3.3 करोड़ यूनिट तक बिजली ही उपलब्ध है। बाकी यूपीसीएल बाजार से खरीद रहा है। बिजली की अधिकतम मांग पूरे महीने में केवल 29 अप्रैल को 4.4 करोड़ यूनिट तक पहुंची थी। हालांकि यूपीसीएल प्रबंधन के मुताबिक, दिन में अभी बिजली अपेक्षाकृत कम दामों पर उपलब्ध हो रही है। लिहाजा, फिलहाल कहीं आधिकारिक तौर पर बिजली कटौती नहीं की जा रही है। वहीं उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड का राज्य में बिजली उत्पादन फिलहाल बढ़ गया है। अब यूजेवीएनएल 1.2 करोड़ से 1.3 करोड़ यूनिट तक बिजली मिल रही है।
लेकिन बावजूद इसके अप्रैल महीने से बिजली उपभोक्ताओं की जेब पर भारी असर पड़ सकता है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग सभी हितधारकों से बातचीत के बाद बिजली की नई दरों को अंतिम रूप देने की शुरुआत कर दी है। आयोग आठ से 11 प्रतिशत तक बिजली दरों में बढ़ोतरी कर सकता है।…यूपीसीएल ने 23 से 27 प्रतिशत तक बढ़ोतरी मांग की थी, जिसको देखते हुए नियामक आयोग उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से अपना फैसला लेगा। इस साल यूपीसीएल ने बिजली खरीद पर सालाना 1281 करोड़ का हवाला देते हुए मांग की थी कि बिजली की दरों में 23-27 फीसदी की बढ़ोतरी की जाए। इसके अलावा फिक्स चार्ज पर भी आयोग फैसला ले सकता है। हालांकि आयोग के इस सप्ताह के आखिर तक बिजली दरें घोषित करने की संभावना है। इसके बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने 19 सितंबर, 2023 को अक्टूबर से मार्च, 2024 तक के लिए बिजली का अतिरिक्त कोटा दिया था। प्रदेश को वित्तीय वर्ष 2023-24 के शुरुवाती अप्रैल माह से ही अतिरिक्त बिजली उपलब्ध कराई जाती रही है।…राज्य सरकार को अपनी जलविद्युत परियोजनाओं से प्रतिदिन 10 से 11 मिलियन यूनिट विद्युत मिल रही है। जो कि कुल दैनिक मांग 47 मिलियन यूनिट की तुलना में काफी कम है।..गर्मियों के पीक सीजन में यह मांग 50 से 55 मिलियन यूनिट प्रतिदिन तक बढ़ जाती है। इसीलिए प्रदेश को बिजली आपूर्ति सामान्य बनाए रखने के लिए केंद्र और विभिन्न राज्यों के दर पर दस्तक देनी पड़ती है।
उधर, नियामक आयोग के सचिव नीरज सती ने बताया, चुनाव आयोग ने इस विषय में अपनी अनुमति दे दी है कि अब वह तैयारी कर रहे हैं।. ऐसा माना जा रहा है कि इस सप्ताह के अंत तक नई दरों की घोषणा की जाएगी। बढ़ी हुई बिजली दरों की घोषणा इस सप्ताह की जा सकती है. जो एक अप्रैल से लागू मानी जाएंगीी ी