दीपक कैंतुरा/देहरादून
देहरादून-आखिर नेता शब्द ऐसा शब्द बन गया है जिसको देखकर समाज चिढता है ,और कहता है की नेता किसी के नहीं होते हैं, और जब अधिकतर नेता जब मंत्री विधायक बनते हैं तो वह आपको पहचानना बंद कर देते हैं ,यदि ऐसे लोग प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उनका घमंड कितनवे आसमान पर होगा, लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी जैसे संयमशील और व्यवहार कुशल को देखते हुए उत्तराखंड की जनता की नेताओं के प्रति नजरिया बदला है क्योंकि, लेकिन सीएम धामी का छात्र राजनीति से लेकर प्रदेश के दूसरी बार सीएम बनने के बाद भी उनका व्यवहार मधुर और मिलनसार है। इसी का सबसे बड़ा जीता जागता उदाहरण है कि जब दो मासूम बेटियां अपने पिता के इलाज के लिए चंदा मांग रहे थे,उसकी खबर जैसे सीएम पुष्कर सिंह धामी को लगी तो उन्होने स्वास्थ्य सचिव को तुरंत इलाज के निर्देश दिए। वहीं सीएम धामी की सोशल मीडिया पर जमकर वाही वाही हो रही है।
हल्द्वानी में पिता के इलाज के लिए दो मासूम बेटियों द्वारा चंदा मांगने की जानकारी सोशल मीडिया के ज़रिए प्राप्त हुई थी। इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करते हुए मरीज़ गोपाल शर्मा जी के इलाज हेतु उचित इंतज़ाम किए जा रहे हैं व उपचार में कोई दिक्कत ना आए, इसके लिए स्वास्थ्य सचिव को जरूरी दिशा-निर्देश दे दिए हैं।
दिल्ली में तैनात एडिशनल रेजिडेंट कमिश्नर को भी सफदरजंग अस्पताल में जाकर वहां तैनात चिकित्सकों से वार्ता कर, मरीज को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वो गोपाल शर्मा जी को शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ बनाएं।
पिता के ठीक होने तक परिजन चाहें तो बच्चों को SOS Children’s Village में रख सकते हैं, यहां बच्चों की उचित देखभाल की जाएगी व उन्हें किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।