उत्तरकाशी। टिहरी जनपद की तहसील प्रतापनगर पट्टी उपली रमोली का सौंदी गांव उत्तरकाशी जनपद की सीमा से लगा हुआ है। गांव के ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य और बैंकिंग आदि सेवाओं के लिए उत्तरकाशी जनपद पर निर्भर हैं। गांव से टिहरी जिला मुख्यालय की दूरी लगभग 128 किमी है। वहीं उत्तरकाशी जिला मुख्यालय मात्र 42 किमी दूरी पर है। ऐसे में सरकारी कामकाज के लिए गांव के ग्रामीणों को लंबी दूरी नापकर टिहरी जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ता था। इसी समस्या को लेकर ग्रामीण एनडी तिवारी सरकार के समय से गांव को उत्तरकाशी जनपद में शामिल करने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों की मांग पर राजस्व परिषद ने उत्तरकाशी जिला प्रशासन को प्रस्ताव तैयार कर भेजने के निर्देश दिए थे। जिस पर डुंडा एसडीएम के माध्यम से जांच करवाकर कुछ समय पूर्व ही डीएम के माध्यम से ग्राम सभा सौंदी को उत्तरकाशी में शामिल करने का प्रस्ताव राजस्व परिषद को भेजा गया।
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प्रस्ताव के आधार पर शासनादेश जारी
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उपायुक्त भूमि व्यवस्था, राजस्व परिषद देहरादून मीनाक्षी पटवाल ने कहा कि ग्रामीणों की मांग पर जिला प्रशासन उत्तरकाशी की ओर से भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर शासनादेश जारी हुआ है। जिसके बाद यह गांव अब उत्तरकाशी की उप तहसील धौंतरी में शामिल किया गया है।
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दो दशक से कर रहे मांग
गांव के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य जयपाल चौहान, आनंद पंवार, संगीता सौंदियाल, भद्री पंवार व सोना देवी ने बताया कि वह पिछले दो दशक से गांव को उत्तरकाशी में शामिल करने की मांग कर रहे थे। अब जाकर उनकी मांग पूरी हुई है। उन्होंने गांव को उत्तरकाशी में शामिल किए जाने पर राजस्व परिषद में उपायुक्त मीनाक्षी पटवाल सहित डीएम टिहरी मयूर दीक्षित, उत्तरकाशी डीएम अभिषेक रुहेला, एसडीएम डुंडा बृजेश कुमार तिवारी, विधायक प्रतापनगर विक्रम नेगी और गंगोत्री सुरेश चौहान का आभार जताया।
मांग पूरी होने पर ग्रामीणों में खुशी
सौंदी गांव की ग्राम प्रधान अनीता देवी ने कहा कि सौंदी गांव के ग्रामीणों के रीति-रिवाज, नाते-रिश्तेदार सब उत्तरकाशी जनपद से हैं। गांव को उत्तरकाशी में लिए जाने से ग्रामीणों को अब सरकारी कामकाज के लिए लंबी दूरी नहीं नापनी पड़ेगी। अनीता देवी ने कहा कि उन लोगों ने अपने गांव को उत्तरकाशी में शामिल कराने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी, जो अब सफल हुई है।