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हंसुलि- गंगा मा झुली ना..!– दिल को छू गयी और रूला गयी लोकगायिका हेमा नेगी करासी का बेहद ही मार्मिक गीत..-आप भी जरूर सुनिए इस गीत को

हंसुलि- गंगा मा झुली ना..!– दिल को छू गयी और रूला गयी लोकगायिका हेमा नेगी करासी का बेहद ही मार्मिक गीत..
जरूर सुनिए और शेयर कीजिएगा...
 संजय चौहान!

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प्रसिद्ध लोक गायिका हेमा नेगी करासी का विमोचन हुआ




आज लोकगायिका हेमा नेगी करासी नें अपना नया गीत हंसुलि अपने यू ट्यूब चैनल पर लांच किया है। अरसे बाद इतना खूबसूरत गीत सुनने को मिला। ये गीत न केवल दिल को छू गया अपितु देखते देखते आंखे भी नम हो गयी। जितना सुंदर गीत उतनी ही खूबसूरत अभिनय भी। नलिनी गुसांईं और साक्षी करासी नें अपने अभिनय से इस गीत को यादगार बना दिया। इस शानदार प्रस्तुति के लिए लोकगायिका हेमा नेगी करासी और उनकी पूरी टीम को ढेरों बधाइयाँ।

आपको बताते चले की हँसुलि, लोक से पनपा हुआ एक बहुत ही मार्मिक और विरह गीत है। जिसमें एक माँ अपनी बेटी की असमय मृत्यु होंने पर दुखी होकर उसके वियोग में गाती है। पति के मृत्यु के बाद हंसुली अपनी माँ का जीने का एकमात्र सहारा थी। एक दिन स्कूल जाते समय बारिश से पुल टूट जाता है और हंसुली भी पुल के साथ गदेरे में बह कर असमय ही काल का ग्रास बन जाती है। उसकी यह वेदना एक माँ से सही नहीं जाती तो वो अपने शब्दों के माध्यम से बता रही की मैंने तुझे मना कर दिया था कि तू मत जा इस बारिश में स्कूल पर तुने मेरी (अड़ाई) कही बात बिल्कुल नहीं मानी और मुझे ऐसे बेसहारा छोडकर चली गई 

इस अवसर पर लोकगायिका हेमा नेगी करासी कहती है हंसुलि गीत के जरिये जागर विधा से हटकर इस बार कुछ अलग और नया करने की कोशिश की है। आशा है कि सबको ये गीत बेहद पसंद आयेगा।

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