- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की थी कि दिल्ली में फंसे युवकों को जल्दी वह अपने गांव लोट पायेंगे
- हमारे पोर्टल ने खबर को सबसे पहले प्राथमिकता से प्रसारित किया गया
- सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई खबर
- खबर के बाद शासन प्रशासन ने फंसे युवकों निकालने के लिए तेज करदी
- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूझबूझ से अपने गांव लोटे युवक
- 109युवको को मेडिकल चैकअप के बाद बस के द्वारा उनके गांव पहुंचाया गया
आज देश कोरोना वायरस के चलते बहुत बड़े संकट से गुजर रहा है। जिसके चलते देश भर में लॉकडाउन कर दिया गया है ।
जिसके चलते देश भर में जगह-जगह लोग फंसे हुए हैं। कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए रेल,हवाई और बस सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इस कारण लोग अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे है।
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इसी के चलते देश के तमाम दूसरे राज्यों से उत्तराखंड लौट रहे उत्तराखंड के कई लोग दिल्ली में फंसे थे। जिनमें से कई लोगों को मंगलवार को उत्तराखंड सरकार,दिल्ली सरकार और दिल्ली में सामाजिक पटल पर सेवा दे रहे कई सामाजिक संगठनों के अथक प्रयासों से दो बसों द्वारा उत्तराखंड रवाना किया गया था। इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई समाज सेवी विनोद बछेती जी ने,लेकिन इसके बावजूद भी दिल्ली के गाजीपुर स्थित रैन बसेरा में कई उत्तराखंड के लोग फंसे हुए थे।
ऐसे समय इन लोगों के लिए पहाड़ पुत्र अजय सिंह बिष्ट यानि कर्मयोगी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ मसीहा बनकर प्रकट हुए।
पिछले एक सप्ताह दिल्ली में फंसे इन उत्तराखंडी लोगों को इनके घरों तक पहुंचाने के लिए अपने तमाम सहयोगियों के साथ प्रयासरत समाज सेवी विनोद बछेती ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी को जैसे ही सूचना मिली की देश भर में लॉकडाउन के चलते दिल्ली में उत्तराखंड के कुछ लोग पिछले कई दिनों से फंसे है तो श्री योगी जी ने तुरंत गाजियाबाद के एस एस पी कलानिधि नैथानी से फोन पर बात कर इन लोगों को जल्द से जल्द इनके गांवों तक पहुंचाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
जिसके बाद एस एस पी कलानिधि नैथानी गाजियाबाद के डीएम और सीएमओ पूरी टीम के साथ दिल्ली के गाजीपुर स्थित रैन बसेरा में पहुँचे।
श्री नैथानी हमको माननीय योगी आदित्य नाथ जी के निर्देश के बारे बताया की माननीय मुख्यमंत्री जी का आदेश है कि इन लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित इनके घरों तक पहुँचाया जाया। एस एस पी कलानिधि नैथानी जो कि खुद उत्तराखंड के रहने वाले हैं। उन्होंने वहाँ मौजूद सभी उत्तराखंड वासियों को भरोसा दिलाया की आप किसी भी तरह से फ्रिक न करें। हम जल्द से जल्द अपने पहाड़ वासियों को इनके गांवों तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं। जिसके बाद एस एस पी नैथानी जी के साथ पहुँची डाक्टरों की टीम ने इन लोगों का चैकप किया और इसके बाद इन सभी लोगों को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की चार बसों द्वारा रामनगर,हल्द्वानी,पिथौरागढ़ और देहरादून के लिए रवाना कर दिया गया।
यह निश्चित तौर के पहाड़ के उस कर्मयोगी बेटे का अपने पहाड़ के प्रति अथा प्रेम को दर्शात है। जो भले ही पहाड़ की माटी से उपज कर कहीं दूर रह रहा हो, लेकिन अपने पहाड़ पर आने वाली हर मुसीबत में पहाड़ के साथ खड़ा हो जाता है।
हम पूरे उत्तराखंड समाज की तरफ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य जी का कोटि-कोटि आभार व्यक्त करते हैं कि आप के आशीर्वाद और सहयोग से पिछले कई दिनों से दिल्ली में फंसे उत्तराखंड के लोगों हंसी के साथ अपने घरों को लौटे है।
हम आभार व्यक्त करते हैं गाजियाबाद के एस एस पी कलानिधि नैथानी जी,डीएम साहब और सीएमओ और उनकी पूरी टीम का कि आपने तत्काल प्रभाव से माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेश का पालन करते हुए। पहाड़ के लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
हम उत्तराखंड सरकार,दिल्ली सरकार और दिल्ली में कार्यरत सभी सामाजिक संगठनों और मीडिया का भी आभार प्रकट करते है आप सब रात-दिन हमारे साथ इस प्रयास में लगे रहे कि जल्द से जल्द इन लोगों को गाँव तक पहुंचाया जाए।
साथ ही हम आप सभी से अपील करना चाहेंगे कि । हम सब माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और सभी राज्य सरकारों द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें और कोरोना वायरस को भारत से भगाने के लिए सरकार का सहयोग करें।