(कुलदीप सिंह बिष्ट पौड़ी)
एंकर- आज भारतीय रेडक्रॉस समिति के तत्वाधान में “विश्व रक्तदाता दिवस” के अवसर पर जिला चिकित्सालय पौड़ी में स्वेच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया,जिसमे स्वेच्छा से ही लोगों ने रक्तदान किया,जिसमे पौड़ी का एक ऐसा शक्स भी शामिल है,जिसमे ये कहावत बिल्कुल सटीक बैठती है “कौन कहता है कि आसमान में सुराग नहीं हो सकता, एक पत्थर तो दिल से उछाल कर देखो तो यारों” विश्व रक्तदाता दिवस पर एक अनोखा ही नजारा देखने को मिला, इस उपलक्ष पर कांता भाई के नाम से पौड़ी में जाने जाते कांता जी ने रक्तदान कर सभी के लिए एक नजीर पेश की। कांताभाई पैरों से दिव्यांग है,मगर हौसले से बहुत मजबूत। उन्होंने इस मौके पर सभी लोगों के लिए एक नजीर पेश की है, इससे पहले भी कांता भाई समाज से जुड़े कार्यों में लगे रहते हैं,लॉक डाउन के पहले चरण से लेकर चौथे चरण तक भी कांता भाई ने प्रतिदिन जरूरतमंद लोगों को भरपेट भोजन खिलाने के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों की भी इस दौरान सहायता की। मगर आज रक्तदाता दिवस के दिन कान्ता भाई का एक अलग ही चेहरा लोगों के सामने आया, कांता भाई आज सुबह रक्तदान करने के लिए जिला अस्पताल पौड़ी पहुंचे। जहां पर उन्होंने अन्य लोगों के साथ रक्तदान शिविर में भाग लिया । कांता भाई जैसे लोग ही समाज में कुछ अलग करके अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा दायक होते हैं इन जैसे लोगों के ऐसे ही कार्य आने वाले बच्चों के लिए प्रेरणा देने का काम करते है,हम भी कांता भाई को दिल से सलूट करते है।