बांगर में आपदा पीड़ितों को आचार्य ममगाईं ने बांटी राहत सामग्री
(फोटो परिचय – 10 जेएकेएच1,2 चारधाम विकास परिषद् के उपाध्यक्ष आचार्य पं शिवप्रसाद ममगाई जी सिरवाड़ी बांगर में आपदा प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित करते हुए।)
जखोली । चारधाम विकास परिषद् के उपाध्यक्ष आचार्य पं शिवप्रसाद ममगाई ने विकासखंड जखोली के तहत आपदा प्रभावित गांव सिरवाड़ी बांगर में बादल फटने से हुई भीषण तबाही का जायजा लेने के बाद प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री के तौर पर टेन्ट का सावितरित किया है। उन्होंने आपदा प्रभावितों को शासन स्तर से हर सम्भव मदद करने का भरोसा दिलाया है। बुधवार को रुद्रप्रयाग के सिरवाड़ी बांगर,देवल,पांजणा व धारकोट गांवों का भ्रमण कर राज्यमंत्री चारधाम विकास परिषद् के उपाध्यक्ष आचार्य पं शिवप्रसाद ममगाई ने प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना है।
(आज चारधाम विकास परिषद् के उपाध्यक्ष आचार्य पं शिवप्रसाद ममगाई जी व नागेन्द्र इ कालेज बजीरा रुद्रप्रयाग के प्रधानाचार्य शिवसिंह रावत सर,सामाजिक कार्यकर्ता ललिता प्रसाद भट्ट जी,शहीद रायसिंह बंगारी इ कालेज तुनेटा के प्रधानाचार्य गोविंद सिंह नेगी जी,श्री नरेन्द्र मैठाणी जी सहित अन्य लोग दो दिवसीय क्षेत्र भ्रमण के बाद चिरबटियां वन विभाग के गेस्ट हाउस में।)
इस दौरान सिरवाड़ी में राज्यमंत्री आचार्य ममगाई ने कहा कि आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील सिरवाड़ी बांगर व पांजणा गांव को नजदीकी क्षेत्रों में विस्थापन के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से वार्ता की जाएगी। उन्होंने प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री के तौर पर टेन्ट व सामग्री वितरित किए। राज्यमंत्री ममगाई ने प्रसिद्ध उद्योगपति दिनेश कनोडिया से दूरभाष पर वार्ता कर बांगर क्षेत्र के शंकराचार्य द्वारा निर्मित वासुदेव मन्दिर के आगे परिसर का सौंदर्यीकरण व दुर्गा मंदिर कोट बांगर में मूर्ति स्थापना का सम्पूर्ण व्यय करने का आश्वासन दिया है। राज्यमंत्री से इस दौरान कई क्षेत्रीय लोगों ने अपने समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान उनके साथ प्रधानाचार्य शिवसिंह रावत,पूर्व प्रधान त्रिलोक रौतेला,एसडीएम एनएस नगनियाल,प्रधान नरेन्द्र रौथाण,क्षेपंस पुष्पा देवी,नरेंद्र मैठाणी,सांसद प्रतिनिधि कुलेन्द्र राणा,सम्पूर्णानन्द सेमवाल,टीका राम भट्ट,दीपक भट्ट,विजेन्द्र मेवाड़,भानू ममगाई,पुनीता सेमवाल,जगदीश मैठाणी,विनोद ममगाई,योग गुरु कृपाल सिंह पंवार,ज्येष्ठ प्रमुख नागेन्द्र पंवार आदि मौजूद थे।