(कुलदीप सिंह बिष्ट पौड़ी)
-चीनी सेना द्वारा कल किए गए धोखे से भारतीया सेना पर वार के खिलाफ आज जिला मुख्यालय पौड़ी में सभी संगठनों ने एक साथ मिलकर अपना विरोध दर्ज कराया। संगठन से जुड़े हुए सभी कर्मचारियों और अधिकारियों ने गढ़वाल कमिश्नर के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन भेजा है जिसमें उन्होंने साफ किया है कि जिस तरह से केंद्रीय नेतृत्व में पाकिस्तान को सबक सिखाया जा रहा है उसी तर्ज पर अब चीन को भी इस घिनौनी हरकत के लिए सबक सिखाना चाहिए। इन कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि वे सब एकजुट होकर इस समय सरकार के साथ खड़े हैं और सरकार जिस भी रुप में जाए इनका इस्तेमाल कर सकती है। उन्होंने कहा कि उन्हें भी बॉर्डर में दो-दो हाथ करने का मौका दिया जाय। संगठन से जुड़े सोहन सिंह रावत ने कहा कि हमारे सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए और हमारे 20 जवानों के बदले चाइना के 20 हजार सैनिकों सर लाना है जिसके लिए हमारी फ़ौज समर्थ भी है जब तक भारत सेना चाइनीस सेना के 20 हजार सैनिकों के सर नही ले जाती तब तक उनका खून ठंडा नहीं होने वाला। इसके साथ ही इससे जुड़े हुए सीताराम पोखरियाल ने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें चाइनीस सामान का पूर्ण रूप से बहिष्कार करना
चाहिए। जिससे चाइना की आर्थिक गतिविधियों की कमर तोड़ जा सके और चाइना बूंद बूंद के लिए मोहताज हो सके।
वहीं पूर्व सैनिकों का कहना है कि चाइना 1962 से ही इस तरह की हरकतें करता आ रहा है और अब भारत को यह सोचना होगा कि चाइना के सामान का बहुत का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाए।