ऋषिकेश- विश्व हृदय दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा द्वारा आमजन को हृदय संबंधी रोगो के बारे में जागरूक करने हेतु अपील की गई।
अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष एवं चिकित्सक डॉ राजे सिंह नेगी के अनुसार हृदयरोग के मरीजों की संख्या दुनियाभर में लगातार बढ़ती जा रही है। वैश्विक कोरोना महामारी के चलते दिल की बीमारी लोगों को ज्यादा नुकसान पंहुचा रही है, जिसकी वजह से कोविड-19 के डर से दिल के मरीज घर में ही रहने के लिए मजबूर हैं वहीं मरीज अपने नियमित चेकअप के लिए भी नहीं जा पा रहें हैं गलत खानपान, हर वक्त तनाव में रहना और समय पर एक्सरसाइज न करने की वजह से ये बीमारी अक्सर होती है, पैतीस साल से अधिक उम्र के युवाओं में भी इनएक्टिव लाइफस्टाइल और खाने की खराब आदतों के कारण दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ रहा है। पिछले पांच साल में दिल की समस्याओं से पीड़ित लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। इनमें से अधिकांश 30-50 साल आयु वर्ग के पुरुष और महिलाएं हैं। लोगों के पास अपने शरीर और मन को स्वस्थ और शांत रखने के लिए समय ही नहीं है, जिस वजह से लोगों में कई तरह की बीमारियां देखने को मिल रही हैं. हालांकि अब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है, डॉ नेगी का मानना है कि अब लोगों को कम से कम आधे घंटे की एक्सरसाइज करनी चाहिए, थोड़ा बाहर घूमना चाहिए लेकिन कोविड से बचने के उपाय के साथ, वहीं नमक, चीनी और ट्रांस फैट वाली चीजें खाने से बचें, इससे दिल की बीमारी होने का खतरा कम होता है।लॉकडाउन के दौरान, देखा गया कि लोग तरह-तरह के खाना पकाने और खाने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे थे।नतीजतन, उनका वजन भी बढ़ रहा है।चूंकि कोरोनवायरस की वैक्सीन या इलाज आने में अभी कुछ महीने लग सकते हैं, इसलिए हमें आने वाले महीनों में अपने हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए सभी सावधानियों का पालन करना होगा” हृदयरोग की गंभीरता को समझते हुए आपको उन आहारों को चुनना चाहिए, जो आपके दिल के साथ-साथ पूरे शरीर के लिए सही हो. फास्ट फूड, जंक फूड, सिगरेट और शराब से दूरी बनाकर रखना चाहिए।