राज्य स्पर्धाओं में रघुनाथ कीर्ति नाटक व वाद-विवाद में प्रथम

देवप्रयाग। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर देवप्रयाग के छात्रों ने संस्कृत की जिला स्तरीय (वरिष्ठ वर्ग) स्पर्धाओं में छह में से दो स्थानों पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। नाटक और वाद-विवाद में छात्रों ने बाजी मारी,जबकि श्लोकोच्चारण में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा संस्कृत के संवर्धन,संरक्षण और प्रचार-प्रसार हेतु कनिष्ठ और वरिष्ठ वर्ग में विद्यालयों, महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों की तीन प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। पहले प्रतियोगिताएं खंड स्तर पर, दूसरी जिला स्तर और तीसरी प्रतियोगिताएं राज्य स्तर पर होती हैं। खंड स्तर पर आयोजित स्पर्धाओं में श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के विद्यार्थियों ने सभी 6 प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। नाटक, समूह गान और वाद- विवाद में परिसर ने प्रथम स्थान तथा आशु भाषण, श्लोक और समूहनृत्य में द्वितीय स्थान प्राप्त किया था।

electronics

कोटद्वार में आयोजित जिला स्तरीय स्पर्धा में इन छात्रों ने नाटक, श्लोकोच्चारण, वाद- विवाद तथा आशु भाषण में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। ‘बालचरितम्’ नामक संस्कृत नाटक ‘कृष्ण की बाललीलाओं से संबंधित है। राज्य स्तर की हरिद्वार में आयोजित स्पर्धाओं में भी परिसर के छात्रों ने इस नाटक में प्रथम स्थान बरकरार रखा। नाटक में शिवानी ठाकुर, दिगंबर रतूडी़, कुशाग्र,साहिल शर्मा, चिराग शर्मा, सुनील गोदियाल,दिगंबर सुधांशु पंत,तेजस्विनी,आदित्य टोडरिया आदि 12 विद्यार्थियों ने अभिनय किया। श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार परिसर के छात्र कुशाग्र अत्री तथा तनस्विनी को श्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार श्रेष्ठा को मिला। वहीं, वाद-विवाद में माधुरी और श्रेष्ठा (दो बहनों की जोडी़) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। श्लोकोच्चारण में कोमल शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। छात्रों का मार्गदर्शन साहित्य विभाग के प्राध्यापक डॉ. दिनेश चन्द्र पाण्डेय ने किया। छात्रों के बेहतरीन प्रदर्शन पर निदेशक प्रो. पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने बधाई देते हुए कहा कि तीन स्पर्धाओं में स्थान हासिल करने वाले छात्र अन्य सभी छात्रों के प्रेरणा स्रोत बनेंगे।